ज्योतिरादित्य सिंधिया 2024 में गुना छोड़ ग्वालियर से जाएंगे लोकसभा !

माना जा रहा है की सिंधिया 2024 के आम चुनाव के जरिए लोकसभा में जाने का रास्ता खोजेंगे। इसके लिए उनकी नजर सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली ग्वालियर सीट पर है।

Update: 2023-08-21 11:45 GMT

ग्वालियर। मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है। इसी के साथ 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी माहौल बनने लगा है। पिछले चुनाव में अपनी परंपरागत गुना सीट से चुनव हारने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने राजनीतिक करियर को संवारने के लिए नई जमीन तलाश रहे है। पिछले कुछ महीनो में जिस तरह से उनके ग्वालियर में दौरे बढ़े है, उससे कयास लगाए जा रहे है की साल 2024 में वे गुना छोड़ ग्वालियर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते है।  

सिंधिया के ग्वालियर से चुनाव लड़ने की अटकलों के पीछे का बाड़ा कारण इस क्षेत्र में बढ़ी उनकी सक्रियता है। उन्होंने पिछले एक से डेढ़ महीने में एक दर्जन से अधिक समाजों के कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। वहीँ विभिन्न मौकों पर जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ते रहे है। साथ ही ग्वालियर के विकास कार्यों पर भी नजर बनाएं हुए है, एलिवेटेड रोड, एयरपोर्ट, क्रिकेट स्टेडियम आदि कई अहम प्रोजेक्ट्स केंद्र और राज्य सरकार से ग्वालियर को दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।

गुना में मिली हार - 

बता दें कि गुना साल 1998 से सिंधिया परिवार की पारंपरिक सीट रही है। उस समय माधवराव सिंधिया को ग्वालियर में भाजपा नेता जयभान सिंह पवैया से बड़ी मुश्किल से जीत नसीब हुई। उन्होंमे अपनी इस जीत को हार माना था।  इसके बाद 1999 में गुना से लोकसभा चुनाव लड़ा था।  उसके बाद प्लेन हादसे में जान गंवाने तक वे इसी सीट से सांसद रहे। इसके बाद उनके बेटे और ज्योतिरादित्य सिंधिया साल 2019 तक लगातार चुनाव जीतते रहे थे। 2019 में अपने समर्थक केपी यादव से डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हार गए थे। 

ग्वालियर में सिंधिया परिवार का वर्चस्व - 

साल 2020 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में किंगमेकर की भूमिका में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्तमान में राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री है। अब माना जा रहा है की वे 2024 के आम चुनाव के जरिए लोकसभा में जाने का रास्ता खोजेंगे।  इसके लिए उनकी नजर सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली ग्वालियर सीट पर है।  इसका पहला बड़ा कारण यहां सिंधिया परिवार का वर्चस्व और जनता से जुड़ाव है।  दूसरा कारण ये सीट भारतीय जनता पार्टी के लिहाज से भी बेहद सुरक्षित है,विधानसभा और निकाय चुनाव में भले हार ही हुई हो लेकिन पिछले तीन लोकसभा चुनाव में भाजपा को ही जीत मिली है।

ग्वालियर देश की हॉट सीट - 

बता दें कि ग्वालियर लोकसभा सीट आजादी के बाद से ही मप्र ही नहीं बल्कि देश की अहम सीट रही है। यहां से राजमाता विजयाराजे सिंधिया, अटल बिहारी वाजपेयी और माधवराव सिंधिया जैसे बड़े नेता चुनकर संसद पहुंचे है।  पहले आम चुनाव से लेकर अब तक सबसे ज्यादा आठ बार कांग्रेस, चार बार भाजपा जीती, दो बार जनसंघ को जीत मिल चुकी है।  वर्तमान में यहां से भाजपा के सांसद विवेक शेजवलकर हैं। इनसे पहले केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी ग्वालियर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

Tags:    

Similar News