पहलवानों को मिला खाप पंचायतों का साथ, बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू
सुप्रीम कोर्ट ने पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। अपनी मांगों को लकर जंतर-मंतर पर डटे पहलवानों ने आज सड़क को ही अखाड़ा बना लिया। उन्होंने यहां नेट बिछाकर प्रैक्टिस की और दांवपेंच की जोर आजमाइश करते हुए नजर आएं। इसी बीच हरियाणा की खाप पंचायत भी पहलवानों के समर्थन में उतर आई है।
जानकारी के अनुसार पुनिया खाप समेत अब तक करीब 6 पंचायतों ने पहलवानो को समर्थन मिला है। साथ ही भारतीय राष्ट्रीय महिला फेडरेशन ने भी समर्थन दिया है। यह सभी संगठन आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे। इसके अलावा अन्य पंचायतों के भी जल्द पहलवानों के समर्थन में दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। सभी पचायतों को मिलाकर बनी सर्वखाप पंचायत के प्रवक्ता जगबीर मलिक ने कहा कि 'हम अपनी बेटियों के साथ हैं। वे जंतर-मंतर पर बैठकर रो रही हैं। उनके साथ कुछ तो जरूर हुआ है। वे पहलवान हैं, ऐसे बैठकर नहीं रोतीं। सारी खाप पंचायतें उनके साथ हैं। झज्जर, रोहतक, सोनीपत और बाकी पंचायतों से बात करेंगे।'
सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस -
इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर की मांग कर रही महिला पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है।वहीँ इस मामले में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता बृजभूषण शरण सिंह का पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से पहले प्रारंभिक जांच करनी बहुत जरूरी है।
तीन महीने बाद दोबारा धरना शुरू -
बता दें की पिछले तीन महीनों में दूसरी बार पहलवान धरने पर बैठे है। इससे पहले 18 जनवरी को पहलवानों ने धरना दिया था। महिला पहलवानों का आरोप है की फेडरेशन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोच नेशनल कैंप में महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करते हैं। इसके बादजांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया गया था लेकिन इसकी रिपोर्ट अब तक पेश नहीं हुई है। ऐसे में परेशान पहलवान 23 अप्रैल से फिर धरने पर बैठ गए है।