Ashadha Amavasya 2024: कब है आषाढ़ अमावस्या? जानिए इस दिन क्या करें क्या नहीं...

इस साल आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई, शुक्रवार के दिन पड़ रही है। इस दिन को बहुत खास माना जाता है।

Update: 2024-06-29 04:31 GMT

Ashadha Amavasya 2024: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन दान और पुण्य के साथ पितरों की शांति के लिए तर्पण बहुत पुण्यकारी माना जाता है। इस साल आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई, शुक्रवार के दिन पड़ रही है। इस दिन को बहुत खास माना जाता है। कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं।

कब है आषाढ़ अमावस्या?

हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 5 जुलाई सुबह 4:57 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 6 जुलाई को सुबह 4:26 मिनट पर इस तिथि का समापन होगा। जो लोग इस दिन व्रत रखना चाहते हैं उनके लिए 5 जुलाई का दिन सही रहेगा।

आषाढ़ अमावस्या के दिन क्या करें?

  • हिंदू धर्म के शास्त्रों में आषाढ़ मास का खास महत्व है। इस दिन पितरों के तर्पण बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके लिए प्रात: उठकर स्नान करें और फिर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • इस दिन नदी, तालाब या किसी कुंड आदि में स्नान करना शुभ होता है।
  • आषाढ़ अमावस्‍या के दिन अपने पितृ देवताओं का नाम जपते हुए उन्हें जल, तिल, कुश और फूल आदि अर्पित करना चाहिए। आषाढ़ अमावस्या के दिन सूर्य देव को अर्घ्य दें।
  • आषाढ़ अमावस्‍या की शाम को पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाना चाहिए। कहते हैं पीपल के पेड़ पर पितरों का वास होता है।
  • अमावस्‍या तिथि वाले दिन की शाम दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाकर रख दें। साथ ही इस दिन आटा, नमक और चीनी का दान करना भी बहुत अच्‍छा माना जाता है।

क्या न करें?

आषाढ़ अमावस्या के दिन को शुभ माना जाता है इसलिए जरूरी है कि इस दिन भूलकर भी कोई गलती न करें। किसी बुजुर्ग है फिर स्वर्गवासी पूरखों का अपमान न करें। घर में आए भिखारी को खाली हाथ न भेजें। अमावस्या तिथि पर शराब, मांस, मदिरा का सेवन न करें।

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