Astronauts fitness Tips: क्यों जरूरी है स्पेस में वर्कआउट? जानिए अंतरिक्ष यात्रियों के लिए कौन सी एक्सरसाइज आती हैं काम
Astronauts fitness Tips : अंतरिक्ष और सामान्य जिंदगी में अंतर होता है जहां का वातावरण यहां पर खतरनाक होता है। अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की वापसी को लेकर अपडेट सामने आती रहती है उनकी सेहत कैसी है इसका भी ख्याल रखना जरूरी होता हैं। आखिर स्पेस में किस तरह से अंतरिक्ष यात्री अपनी सेहत बनाए रखते हैं और किस तरह की एक्सरसाइज जरूरी होती हैं चलिए जानते हैं...
स्पेस एजेंसियां देती हैं ट्रेनिंग
आपको बताते चलें कि, अंतरिक्ष यात्री को, अंतरिक्ष संस्थान नासा (NASA) और अन्य स्पेस एजेंसियां को ट्रेनिंग देती हैं। ताकि वे वहां जाकर अपनी हड्डियों और मांसपेशियों की ताकत बनाए रख सकें। यहां पर स्पेस में कई तकनीक और एक्सरसाइज का प्रयोग करते हैं।
स्पेस में किए जाने वाले वर्कआउट
आपको बताते चलें कि, स्पेस में इस तरह के वर्कआउट करना जरूरी होता है जिससे सेहत सही बनी रहती है।
रेसिस्टेंस ट्रेनिंग –
स्पेस में रहने के दौरान Weightlessness की वजह से मांसपेशियों में कमजोरी आती है। जहां पर इस तकनीक पर इसके लिए एस्ट्रोनॉट्स Advanced Resistive Exercise Device (ARED) का इस्तेमाल करते हैं. ये मशीन डेडलिफ्ट, स्क्वाट और बेंच प्रेस जैसी एक्सरसाइज में मदद करती है।
ट्रेडमिल रनिंग-
अंतरिक्ष यात्री को स्वस्थ रखने के लिए ट्रेडमिल रनिंग कराई जाती है।ट्रेडमिल पर दौड़ने के लिए एस्ट्रोनॉट्स खुद को बंजी कॉर्ड्स से बांधते हैं ताकि वे फ्लोट न करें. ये वर्कआउट हड्डियों की मजबूती बनाए रखने और स्टैमिना बढ़ाने में मदद करता है।
साइक्लिंग –
अंतरिक्ष यात्रियों की फिटनेस को बनाए रखने के लिए साइकिल चलाना सबसे खास एक्सरसाइज में से एक है। एस्ट्रोनॉट्स स्पेस में स्टेशनरी बाइक का उपयोग करते हैं. इससे हार्ट हेल्थ बेहतर बनी रहती है और पैर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
रूटीन कार्डियो एक्सरसाइज-
मांसपेशियों की मजबूती से लेकर फेफड़ों की मजबूती के लिए फंक्शनेलिटी बनाए रखने के लिए एस्ट्रोनॉट्स कार्डियो एक्सरसाइज करते हैं।इसमें जंपिंग एक्सरसाइज और हाई-इंटेंसिटी मूवमेंट्स शामिल होते हैं।
योग और स्ट्रेचिंग –
यहां अंतरिक्ष यात्री सेहत को बेहतर बनाने के लिए एस्ट्रोनॉट्स योग और स्ट्रेचिंग करते हैं. इससे जीरो ग्रेविटी में शरीर की अकड़न कम होती है और ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है।