मप्र में दोबारा शुरू होगी तीर्थ दर्शन योजना, 2 मई को मनाया जाएगा लाड़ली लक्ष्मी दिवस
मुख्यमंत्री ने चिंतन बैठक में लिए निर्णय
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में पंचमढ़ी में दो दिवसीय चिंतन बैठक शुरू हो गई। बैठक में कोरोना के कारण बंद हुई मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को अप्रैल से दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया गया। तीर्थ स्थलों को हवाई यात्रा से भी जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों विभिन्न योजनाओं और मिशन के लिए समितियां गठित की थी। जो विभिन्न विषयों पर कार्य कर रही थी। बैठक में सभी समितियों ने प्रजेंटेंशन दिया। सबसे पहले तीर्थ दर्शन योजना समिति ने प्रजेंटेशन दी। तीर्थ दर्शन योजना की समिति में उषा ठाकुर, गोविंद राजपूत और मोहन यादव शामिल थे। कोरोना काल से बंद तीर्थ दर्शन योजना को शुरू करने की सहमति बनी।
बैठक में निर्णय हुआ की यह यात्रा गंगा स्नान, काशी कारीडोर, संत रविदास और कबीरदास के स्थलों के दर्शन के साथ शुरू होगी। अप्रैल में 2 से 3 ट्रेन भेजी जाएगी। दोबारा शुरू हो रही यात्रा में मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्री भी यात्रा पर जाएंगे। ट्रेन में स्पीकरों के माध्यम से यात्रियों को तीर्थ स्थलों की जानकारी दी जाएगी
लाड़ली लक्ष्मी दिवस -
लाड़ली लक्ष्मी योजना समिति के प्रस्ताव पर 2 मई को लाडली लक्ष्मी दिवस मनाने का निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा की ऐसे प्रयास करेंगे कि लाडली लक्ष्मी होना गर्व की बात है। इस योजना को नई ऊंचाइयों देंगे। प्रदेश में 43 लाख लाडली लक्ष्मी बेटियां हैं। इन सभी के परिवारों को जोड़ने के लिए कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाएगा।
चिंतन मंथन से जो अमृत -
मुख्यमंत्री ने कहा की हमने तय किया कि पचमढ़ी के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बैठकर बिना किसी आडंबर के हम गंभीर चिंतन करेंगे, कल शाम तक यह चिंतन चलेगा। निश्चित तौर पर इस चिंतन मंथन से जो अमृत निकलेगा, उसको हम जनता के बीच बाटेंगे, जनता के कल्याण के लिए, प्रदेश के विकास के लिए इसका उपयोग करेंगे।इसलिए मेरा कहना है कि 2 दिन सारी चिंताएं छोड़ कर कॉन्स्टिटुएंसी में क्या हो रहा है, क्षेत्र और दुनिया में क्या हो रहा है। वह सब ठीक-ठाक हो जाएगा उसकी चिंता ना करें। हम शरीर मन बुद्धि और आत्मा यही केंद्रित करें।