भूमि पूजन की पूर्व संध्या पर अयोध्या धाम में प्रज्वलित किये गए 3 लाख 51 हजार दीप
- राम की पैड़ी समेत अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर जलाए गए दीये
- मंदिर शिलान्यास की पूर्व संध्या पर अयोध्यवासियों के हर घर में दीप जले
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए कार्यारम्भ का भूमि पूजन होने में अब कुछ ही घण्टे शेष है। उसकी पूर्व संख्या पर श्रीराम नगरी दीप मालाओं से सजी हुई मानो अपने प्रभु श्रीराम को पुकार रही है। ऐतिहासिक तिथि 05 अगस्त की पूर्व संध्या पर अयोध्यवासियों के हर घर में दीप जले।
इस अवसर पर राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का विशेष आयोजन किया गया। अयोध्या धाम में करीब तीन लाख, 51 हजार दीपक जलाया गया। पहला दीप श्रीराम जन्मभूमि परिसर में रामलला दरबार में जलाया गया। इसके बाद पूरी रामनगरी दीपों की रोशनी से नहाई दिखी। लोगों ने घरों के बाहर रंगोली भी सजाई है। हर मंदिर में रामचरित मानस की चौपइयां और दोहों का गायन हो रहा है।
अवध विश्वविद्यालय के नेतृत्व में वॉलिंटियर्स और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राम की पैड़ी में शाम 7:11 पर मुहूर्त के अनुरूप दीपोत्सव की शुरुआत की। मंगलवार और बुधवार (पांच अगस्त) दो दिन दीपोत्सव मनाया जाएगा। अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर भी दीप जलाए गए। श्रीराम नगरी में साकेत महाविद्यालय से हनुमानगढ़ी तक लगभग डेढ़ किमी का क्षेत्र केसरिया, पीताम्बरी समेत अलग रंगों में मानो स्नान की हुई दिखाई पड़ रही है। सड़क के दोनों किनारों के भवन पीले रंग में हैं। उन पर रामकथा के चित्र अपनी दिव्यता का एहसास करा रहे हैं। इस पूरे क्षेत्र को भगवा और लाल ध्वज से पाट दिया गया है। लोग जगह-जगह सेल्फी लेकर इस पल को अपने कैमरे में कैद कर रहे हैं।
सुरक्षा की वजह से जहां ज्यादातर दुकानें बंद हैं, सरकारी गाड़ियों की आवाजाही ज्यादा है। हनुमान गढ़ी में एंट्री के लिए लगाई गई बैरिकेडिंग भी हटा दी गई है। भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के लिए स्वामी अवधेशानंद, योग गुरू स्वामी बाबा रामदेव, चिंदानन्द मुनि, साध्वी ऋतंभरा, पुरुष परमानन्द जी महाराज, बालकानन्द जी महाराज, धन्तेय शांति मिश्र महाराज, फूल डोल बिहारी दास, स्वामी मित्रानन्द महाराज, राजेंद्र देवाचार्य राघवाचार्य, महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानन्द महाराज, डॉ. श्यामदेव देवाचार्य, राम कमलदास वेदांती, जगद गुरु रामानन्दाचार्य रामधराचार्य, डॉ. रामेश्वरदास श्री वैष्णव वनवासी संत दिगंबर गिरि बाल्मीकि संत सदानन्द जी, जत्थेदार इकबाल सिंह, डॉ. रामेश्वरानन्द हरि महाराज, बाबा लक्खा सिंह, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी, महामंत्री हरि गिरी, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रवींद्रपुरी, निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र महाराज समेत अन्य अतिथि राम नगरी पहुंच चुके हैं।