Lok Sabha Election results 2024: जानिए चुनाव के नतीजों का शेयर बाजार पर कैसा होगा असर...

देशभर में लोकसभा चुनाव को लेकर वोटिंग पूरी हो चुकी है। मध्यप्रदेश में भी 29 लोकसभा सीटों पर जनता ने जमकर मतदान किया। वही अब सबकी नजर आने वाले रिजल्ट पर टिकी हुई है, जो की 4 जून को आयेगा।

Update: 2024-06-04 01:48 GMT

देशभर में लोकसभा चुनाव को लेकर वोटिंग पूरी हो चुकी है। मध्यप्रदेश में भी 29 लोकसभा सीटों पर जनता ने जमकर मतदान किया। वही अब सबकी नजर आने वाले रिजल्ट पर टिकी हुई है, आज आने वाले Lok Sabha Election results 2024 पर। लोकसभा चुनाव के बाद से हर जगह उथल- पुथल मची हुई है। वही हम अगर स्टॉक मार्केट की बात करे तो वहा भी चुनाव रिजल्ट के पहले काफी उतार-चढ़ाओ देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि चुनाव का साल निवेशकों के लिए हमेशा से अहम माना गया है। तो वही अब चुनाव के नतीजों का शेयर बाजार पर क्या ओर कितना असर पड़ेगा इसको लेकर निवेशक अपनी निगाहें टिकाए बैठे है।

चुनाव के नातीजे और RBI की बैठक पर टिका इस हफ्ते का मार्केट

आज लोकसभा के नतीजे आने वाले है। इस बार आम जनता से लेकर बड़े-बड़े निवेशकों की धड़कने भी नतीजों पर अटकी हुई है। दरअसल चुनाव वाले साल में स्टॉक मार्केट में काफी उतार-चढ़ाओ देखने को मिलते है जिनको लेकर निवेशक बाजार की चाल पर नजर गड़ाए बैठें रहते है। वही अब शेयर बाजार की दिशा इस सप्ताह आम चुनावों के नतीजों और ब्याज दर को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के फैसले से तय होगी। हालांकि,  ‘एग्जिट पोल’ के आंकड़ों से सोमवार को शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली है। कई बड़े अखबारों के मुताबित एग्जिट पोल में शनिवार को भविष्यवाणी की गई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखेंगे। अगर ऐसा होता है तो शेयर बाजार मे तेजी देखने को मिल सकती है।

पिछले चुनाव में कैसा था स्टॉक मार्केट

अगर हम पिछले चुनावों की बात करें तो साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद से बाजार में काफी तेजी देखी गई थी। 16 मई को आए रिजल्ट के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में भी भारी तेजी आई। हालांकि चुनाव के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। वही साल 2019 में 11 अप्रैल को लोकसभा के चुनाव की वोटिंग शुरू होने से पहले बाजार में तेजी तो रही, लेकिन चुनाव के दौरान बाजार में गिरावट देखने को मिली। इसके नातीजे 23 मई को आए थे जिसके बाद बाजार में तेजी लौट गई थी।

पिछले चुनाव परिणामों के दिन शेयर बाजार के रुझानों का विश्लेषण यह दिखाता है कि चुनाव परिणामों का तत्काल प्रभाव बाजार पर देखा जा सकता है, लेकिन यह दीर्घकालिक निवेशकों पर न्यूनतम होता है। आइए पिछले चार चुनावों के दिन बाजार के रुझानों पर विस्तार से नज़र डालते हैं:

13 मई, 2004:

सेंसेक्स: 0.77% ऊपर, 5,399.47 पर बंद।

निफ्टी: 0.37% ऊपर।

इस दिन बाजार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, लेकिन बढ़त मामूली थी।

16 मई, 2009:

सेंसेक्स: 2.53% ऊपर।

निफ्टी: 17.74% ऊपर।

इस दिन बाजार में बड़ी उछाल देखी गई। यह चुनाव परिणामों पर भारी सकारात्मक प्रतिक्रिया का संकेत था, जो निवेशकों के लिए एक मजबूत विश्वास का प्रतीक था।

16 मई, 2014:

सेंसेक्स: 0.90% ऊपर।

निफ्टी: 1.12% ऊपर।

यह दिन भी सकारात्मक रहा, लेकिन बढ़त अपेक्षाकृत मामूली थी। इस समय BJP की भारी जीत और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद से बाजार में सकारात्मक सेंटिमेंट था।

23 मई, 2019:

सेंसेक्स: 0.76% नीचे, 38,811.39 पर बंद।

निफ्टी: 0.69% नीचे, 11,657.05 पर बंद।

इस दिन बाजार स्थिर रहे, और थोड़ी गिरावट भी आई। यह चुनाव परिणामों पर मिली-जुली प्रतिक्रिया का संकेत था, लेकिन बाजार में किसी बड़े उतार-चढ़ाव की कमी दिखी।

निष्कर्ष

पिछले चार चुनाव परिणामों के दिन के रुझानों से यह स्पष्ट होता है कि:

चुनाव परिणामों का शेयर बाजार पर तत्काल प्रभाव होता है, लेकिन यह प्रभाव अक्सर अल्पकालिक होता है।

दीर्घकालिक निवेशकों के लिए चुनाव परिणामों का प्रभाव सीमित होता है।

सकारात्मक या नकारात्मक दोनों प्रकार की प्रतिक्रियाएँ देखी गई हैं, जो राजनीतिक स्थिरता, नीतिगत दिशाओं, और निवेशकों के मनोबल पर निर्भर करती हैं।

इन आंकड़ों से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि चुनाव परिणामों के दिन शेयर बाजार में हलचल देखी जा सकती है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों को इस पर बहुत अधिक प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए और अपनी निवेश रणनीति को दीर्घकालिक लक्ष्यों के आधार पर बनाए रखना चाहिए।

Tags:    

Similar News