कर्नाटक: कैद में भगवान गणेश, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्‍वीर की क्‍या है सच्‍चाई...

Update: 2024-09-14 07:09 GMT

पुलिस वैन में कैदियों की तरह भगवान गणेश की मूर्तियां देखकर हर हिंदू का मन पीड़ा से भर गया है। कर्नाटक के मांड्या जिले के नागमंगला गांव में कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ द्वारा हिंदुओं पर किए गए लक्षित हमले के बीच, भगवान गणेश की मूर्ति को पुलिस वैन में बंद करके रखे जाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।




बुधवार की रात को विसर्जन समारोह के दौरान कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ द्वारा मांड्या में उत्पात मचाने और भगवान गणेश की मूर्ति पर पत्थर फेंकने के तुरंत बाद यह दिल दहला देने वाली तस्वीर ऑनलाइन सामने आई है।

शुक्रवार तक, भगवान गणेश की मूर्ति को सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए एक पुलिसकर्मी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं जिसमें भगवान गणेश को मंदिर में रखने के बजाय पुलिस वैन में बंद करके रखा गया था।

हालांकि शुरू में माना जा रहा था कि यह घटना मांड्या से हुई है, लेकिन बाद में पता चला कि भगवान की ‘गिरफ्तारी’ बेंगलुरु में की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, भगवान गणेश की मूर्ति जब्त करने की घटना बेंगलुरु में हिंदुओं द्वारा मांड्या में उनके समुदाय के खिलाफ किए गए अत्याचारों के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई।

बेंगलुरु पुलिस ने कथित तौर पर बिना अनुमति के टाउन हॉल इलाके में प्रदर्शन करने के लिए 40 हिंदुओं को गिरफ्तार किया। यह विरोध प्रदर्शन बेंगलुरु महानगर गणेश उत्सव समिति द्वारा आयोजित किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, मौके पर तैनात पुलिस ने हिंदू प्रदर्शनकारियों से भगवान गणेश की मूर्ति छीन ली और उसे पुलिस बैन में रख लिया। उस समय, प्रदर्शन को कवर कर रहे फोटोग्राफरों ने हिंदू देवता को बेंगलुरु पुलिस द्वारा 'गिरफ्तार' किए जाने की तस्वीरें क्लिक कीं।

बेंगलुरु दक्षिण से सांसद तेजस्वी सूर्या ने स्थानीय पुलिस और कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) का सहारा लिया। उन्होंने ट्वीट किया, "पुलिस वाहन में भगवान गणेश की यह तस्वीर भयावह है। कांग्रेस हमारे देवी-देवताओं का अपमान करने और लाखों हिंदुओं की आस्था और विश्वास को कमतर आंकने पर क्यों तुली हुई है?"



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