उज्जैन: भक्तों के चढ़ावे से भर गया महाकाल का खजाना, जानिए साल भर में कितना आया धन?
11 अक्टूबर 2022 में पीएम मोदी ने महाकाल लोक का शुभारंभ किया था, जिसके बाद से प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु यहां दर्शन करने पहुंचते हैं।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में इस साल पैसों की बारिश हुई है। भक्तों ने श्री महाकालेश्वर मंदिर में दिल खोलकर चढ़ावा चढ़ाया है। पिछले 12 महीने में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को 1 अरब 65 करोड़ से अधिक राशि आय की रूप में प्राप्त हुई है। साल 2024 के खत्म होने में अभी लगभग 15 दिन बाकी हैं, ऐसे में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को आय में और भी बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। मालूम हो 11 अक्टूबर 2022 में पीएम मोदी ने महाकाल लोक का शुभारंभ किया था जिसके बाद से प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु यहां दर्शन करने पहुंचते हैं। जिससे कमाई भी दुगुनी हुई है।
कहां से कितनी हुई कमाई?
महाकाल लोक में इस साल चार किलो चांदी और 1300 ग्राम के करीब सोने का दान किया गया। वहीं, नकद राशि की बात की जाएं दान पेटियों से करीब 44 करोड़ रुपए, शीघ्र दर्शन से 49 करोड़, अभिषेक पूजन से 5 करोड़ 93 लाख, अन्न दान से करीब साढ़े 12 करोड़ रुपए की कमाई हुई है।
फोटोग्राफी मासिक शुल्क से हुई साढ़े 7 लाख की कमाई
इसके अलावा मंदिर समिति की धर्मशाला से साढ़े 5 करोड़, भस्म आरती बुकिंग से 90 लाख, फोटोग्राफी मासिक शुल्क से साढ़े 7 लाख, भांग एवं ध्वजा बुकिंग से 7 लाख 92 हजार की कमाई हुई है। वहीं, उज्जैन दर्शन बस सेवा से करीब 7 लाख और अन्य मदों से करीब 24 करोड़ रुपए की आय हुई है।
इस धनराशि का कहां होता है उपयोग?
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि जो राशि यहां से प्राप्त हुई है इसका कुछ अंश मंदिर में भक्तों के निवास स्थान को विकसित करने में किया जाएगा। मंदिर के निर्माण और बुनियादी सुविधाओं में भी इस धनराशि का उपयोग किया जाएगा।