महाशिवरात्रि पर शिवमय होगी काशी, राजघाट गंगा तट पर होगा भव्य आयोजन

11 से 16 मार्च तक राजघाट गंगा तट पर होगा महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व : डॉ नीलकंठ तिवारी

Update: 2021-03-10 00:45 GMT

11 से 13 मार्च तक वाराणसी में फैम टूअर का भी किया गया है आयोजन

कार्यक्रम में 13 मार्च को मुख्य व आकर्षण होंगे कैलाश खेर

12 मार्च को सुनील जोगी व अन्य कवियों का कवि सम्मेलन भी होगा मुख्य आकर्षण

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. नीलकंठ तिवारी ने 11 से 16 मार्च तक सायं 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक राजघाट पर गंगा तट पर मनाए जाने वाले महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व को पूरी भव्यता के साथ मनाए जाने के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि बनारस की संस्कृति एवं यहां की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप महोत्सव पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। ताकि पूरी काशी शिवमय हो जाए। जिसका लुफ्त स्थानीय लोगों के साथ-साथ देसी-विदेशी पर्यटक उठा सके। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बनारस घराने के कलाकारों को प्राथमिकता दिया जाए। उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. नीलकंठ तिवारी मंगलवार को पर्यटन कार्यालय के सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने राजघाट सहित कार्यक्रम स्थल तक आने वाले मुख्य मार्ग की व्यापक साफ सफाई के साथ लाइटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया। वाहनों की पार्किंग के लिए समुचित स्थान का चिन्हाकंन वाहनों की पार्किंग सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया। कार्यक्रम स्थल के पास बेतरतीब तरीके से वाहन पार्क न होने पाए। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व के पहले दिन 11 मार्च को पदमभूषण पंडित राजन-साजन मिश्र का शास्त्रीय गायन, हरिप्रसाद का बांसुरी वादन, माया कुलश्रेष्ठ का कत्थक तथा अंजली पाठक का गायन होगा। 12 मार्च को विराट कवि सम्मेलन जिसके आकर्षण सुनील जोगी व अन्य कवि होंगे के अलावा नीरज मिश्र का सितार वादन, शुभम केसरी का कत्थक तथा राकेश तिवारी का गायन कार्यक्रम होगा। 13 मार्च को सांस्कृतिक संध्या का मुख्य आकर्षण कैलाश खेर का गायन होगा। इसके अलावा इसी दिन अमलेश शुक्ल का गायन, अतुल शंकर का बांसुरी वादन, मधुमिता भट्टाचार्य का गायन होगा। 14 मार्च को राजेंद्र प्रसन्ना का बांसुरी वादन, शिवानी शुक्ला का कत्थक, सुनिधि पाठक का गायन, गणेश पाठक का गायन, जय पांडेय का गायन तथा देवाशीष डे का शास्त्रीय गायन होगा। 15 मार्च को पदम श्री सोमा घोष के शास्त्रीय गायन के अलावा सुनंदा शर्मा का गायन, शुभ महाराज का तबला वादक, सौरव-गौरव मिश्र का कत्थक, सुजीत तिवारी का गायन तथा माता प्रसाद, शिवशंकर का कत्थक होगा। महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व के सांस्कृतिक कार्यक्रम की अंतिम निशा 16 मार्च को मुख्य आकर्षण पदमश्री मालिनी अवस्थी का लोक गायन होगा। इसके साथ इसी दिन राहुल-रोहित मिश्र का शास्त्रीय गायन, सुखदेव मिश्र का वादन, विशाल कृष्णा का कत्थक तथा मन्नालाल यादव का बिरहा गायन होगा।

मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने बताया कि 11 से 13 मार्च तक वाराणसी में फैम टूअर का भी आयोजन किया गया है। जिसमें देश के विभिन्न प्रदेशों एवं स्थलों से टूर ऑपरेटर काशी आयेगे। यहाँ पर उन्हें बनारस में हुए विकास कार्यों एवं यहां के आकर्षण को दिखलाया जाएगा। ताकि वे अपने यहां के पर्यटकों को इससे अवगत करा सके। ताकि अधिक से अधिक पर्यटक बनारस आये और मात्र यहां पर वह आए ही नहीं बल्कि यहां पर अधिक से अधिक दिनों तक उनका ठहराव सुनिश्चित हो सके। फैम टूअर कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले प्रमुख टूर ऑपरेटरों को कैथी स्थित मारकंडेय महादेव, शूलटंकेश्वर, रामेश्वरम, काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर, मानमहल घाट सहित गंगा के घाट, बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सहित सारनाथ के लाइट एंड साउंड शो को दिखलाया जाएगा। बैठक में संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश मिश्रा, पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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