देश में आज से बदल गए 6 बड़े नियम, आपकी जेब पर पड़ेगा सीधा असर, जानिए सभी बदलाव
नईदिल्ली। अक्टूबर का महीना अपने साथ एक साथ कई बदलाव लेकर आया है। जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा इन बदलावों में क्रेडिट-डेबिट कार्ड के नियमों से लेकर अटल पेंशन योजना से जुड़ी अहम नियम एलपीजी की कीमत और म्यूचुअल फंड के बदलाव तक शामिल हैं।आज ऐसे 6 बदलावों की हम आपको जानकारी दे रहे है।
आइए जानते है क्या है बदलाव -
डेबिट और क्रेडिट कार्ड नियम -
देश भर में साइबर ठगी के मामलों पर लागम लगाने के लिए रिजर्व बैंक डेबिट और क्रेडिट कार्ड नियमों में बड़ा बदलाव किया है। 1 अक्टूबर से डेबिट और क्रेडिट कार्ड पेमेंट के लिए टोकनाइजेशन सिस्टम लागू हो गया है। आरबीआई के अनुसार, इस नियम के लागू होने के बाद कार्डहोल्डर्स को ज्यादा सुविधाएं और सुरक्षा मिलेगी।
अटल पेंशन योजना -
केंद्र सरकार की सबसे लोकप्रिय स्किम अटल पेंशन योजना में बड़ा बदलाव हुआ है। अब से इनकम टैक्स का भुगतान करने वाले अटल पेंशन योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे।वर्तमान में र 18 साल से 40 साल तक की उम्र का कोई भी भारतीय नागरिक सरकार की इस पेंशन योजना से जुड़ सकता है, भले ही वह इनकम टैक्स भरता हो या नहीं। अब 1 अक्टूबर 2022 से कोई भी ऐसा नागरिक जो आयकर दाता है या पहले रहा है, अटल पेंशन योजना (APY) में शामिल होने के लिए योग्य नहीं होगा।"
म्यूचुअल फंड -
म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए बड़ा बदलाव होने जा रहा है। 1 अक्टूबर से नए नियमों के तहत निवेशकों को नॉमिनेशन डिटेल देना जरूरी होगा। नॉमिनेशन डिटेल नहीं देने पर निवेशकों को डिक्लेरेशन भरना होगा। इसमें नॉमिनेशन की सुविधा नहीं लेने की बात बतानी होगी।
स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर बढ़ी ब्याज दर -
सरकार ने स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर मिलने वाले ब्याज की दर में बढ़ोतरी की है। पोस्ट ऑफिस में 2 साल के टाइम डिपॉजिट पर ब्याज दर को 5.5% से बढ़ाकर 5.7% कर दिया है। वहीँ 3 साल की सावधि जमा पर ब्याज दर को 5.5% से बढ़ाकर 5.8% कर दिया गया है।इसके अलावा किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 6.9% से बढ़कर 7.0% हो गई है। सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम पर ब्याज दर अब 7.4% से बढ़कर 7.6% हो गई है।
डीमैट अकाउंट में बदलाव -
डीमैट अकाउंट होल्डर्स के लिए भी नियमों में बड़ा बदलाव हुआ है। डीमैट अकाउंट होल्डर्स के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जरूरी हो गया है।डीमैट अकाउंट में लॉन-इन करने के लिए एक ऑथन्टिकेशन फैक्टर के रूप में बायोमीट्रिक ऑथन्टिकेशन का इस्तेमाल करना होगा।दूसरा ऑथन्टिकेशन एक 'नॉलेज फैक्टर' हो सकता है। यह पासवर्ड, पिन या कोई पजेशन फैक्टर हो सकता है, जिसकी जानकारी सिर्फ यूजर को होती है।
कमर्शियल सैलंडर की कीमतों में बढ़ोत्तरी -
1 अक्टूबर महीने की शुरुआत में गैस उपभोक्ताओं को बड़ा लाभ हुआ है। दिल्ली में यह कटौती 25.5 रुपये की है। सरकार ने कमर्शियल सिलेंडर के दामों में कटौती की है। जो देश में उत्पादित सभी गैस का लगभग दो-तिहाई है, उसे मौजूदा 6.1 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 8.57 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर दिया गया है।इसका असर साफ तौर पर सीएनजी और पीएनजी उपभोक्ताओं पर दिखेगा।