मुख्यमंत्री शिवराज का ऐलान, मप्र में चार तहसीलों को मिलाकर बनेगा ये...नया जिला
मुख्यमंत्री ने 27 हजार से अधिक श्रमिक परिवारों को अंतरित की 605 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि सरकार का मऊगंज तहसील को जिला बनाने का वादा आज पूरा हो रहा है। चार तहसील मऊगंज, हनुमना, नईगढ़ी और देवतालाब को मिलाकर मऊगंज प्रदेश का नया जिला होगा। आज से ही जिला बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जायेगी। आगामी 15 अगस्त को जिला मुख्यालय पर तिरंगा फहराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा शनिवार को रीवा जिले के मऊगंज में जन-कल्याण कार्यक्रम में की। कार्यक्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना 2.0 में प्रदेश के 27 हजार 310 श्रमिक परिवारों के खातों में 605 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की। साथ ही 738 करोड़ 92 लाख रुपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा विकास, उपलब्धियों एवं नवाचारों पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
लाडली बहना योजना प्रदेश की बहनों को भाई का उपहार
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रदेश की बहनों का सौतेला नहीं सगा भाई हूँ। मैं हमेशा उनके कल्याण की सोचता रहता हूँ। एक दिन सुबह चार बजे मेरे मन में संकल्प आया कि मैं अपनी बहनों को राखी का उपहार दूँ और यह उपहार एक दिन नहीं, हर महीने दिया जाए। लाडली बहना योजना प्रदेश की बहनों को अपने भाई का उपहार है। इसके फार्म भरना 25 मार्च से शुरू हो जायेंगे और जून माह से 1000 रुपये हर महीना बहनों को मिलेंगे। इसके लिये बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। सरकारी कर्मचारी शहर, गाँव और वार्डों में आयेंगे और फार्म भरवाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के लिये बहन और बेटियों का सम्मान सर्वोच्च प्राथमिकता है। मध्य प्रदेश की धरती पर बेटियाँ अभिशाप नहीं वरदान हैं। बेटियों के प्रति दुराचार करने वालों के लिये फाँसी का प्रावधान है। प्रदेश में 44 लाख 20 हजार लाडली लक्ष्मियां हैं। कन्या विवाह और प्रसूति सहायता जैसी योजनाएँ चलाई जा रही हैं। मेधावी विद्यार्थी योजना में पहले लैपटाप दिया जा रहा था। साथ ही अब जो बेटी गाँव में 12वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक लायेगी, उसे ई-स्कूटी भी दी जायेगी। मेधावी विद्यार्थी योजना में उच्च शिक्षा की फीस शिवराज मामा भरवा रहा है। प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी में प्रारंभ की गई है।