शिक्षा मंत्रालय ने बनाई हाई-लेवल कमेटी, NTA की पारदर्शिता जांचेंगे ये 7 अधिकारी

हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं को ट्रांसपेरेंट और निष्पक्ष बनाने के लिए 7 विशेषज्ञों की एक हाई लेवल कमिटी बनाई।

Update: 2024-06-22 16:44 GMT

NEET Paper Leak : देश में इन दिनों नीट पेपर लीक का मामला गरमाया हुआ है जिसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( NTA) की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे है जिसे लेकर एक के बाद एक जांच चल रही हैं। तो वहीं आरोपों के बीच हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं को ट्रांसपेरेंट और निष्पक्ष बनाने के लिए विशेषज्ञों की एक हाई लेवल कमिटी बनाई। जिस कमेटी चेयरमैन के रूप में ईसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ के राधाकृष्णन समेत 7 सदस्यों को शामिल किया गया है।

जानिए कमेटी में किन अधिकारियों को किया शामिल


इस हाई लेवल कमेटी में चेयरमैन के रूप में ईसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ के राधाकृष्णन को चुना गया है तो इस उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष और मेंबर्स  की लिस्ट में AIIMS के जाने माने पूर्व डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा कमेटी में हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर बीजे राव, आईआईटी मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एमेरिटस राममूर्ति के, पीपल स्ट्रॉन्ग के सह-संस्थापक और कर्मयोगी भारत के बोर्ड सदस्य पंकज बंसल, आईआईटी दिल्ली में छात्र मामलों के डीन प्रोफेसर आदित्य मित्तल शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जयसवाल को नाम भी सदस्यों में शामिल किए गए हैं।

जानिए क्या रहेगा कमेटी का काम

इस कमेटी का काम खास तौर पर NTA को लेकर हैं जिसके प्रक्रियाओं में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और NTA के स्ट्रक्चर पर काम को देखा जाएगा। जिस पर जांच पूरी होने के बाद समिति 2 महीने के अंदर शिक्षा मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस कमेटी को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने कहा, उच्च स्तरीय पैनल एंड-टू-एंड परीक्षा प्रक्रिया का विश्लेषण करेगा और परीक्षा प्रणाली में क्या-क्या सुधार किया जा सकता है इसका उपाय बताएगी। इसके साथ ही पैनल एनटीए की मौजूदा डेटा सुरक्षा प्रक्रिया और प्रोटोकॉल का मूल्यांकन करेगा और इसके सुधार को लेकर सिफारिश करेगा।यह समिति एनटीए के हर स्तर के पदाधिकारियों की भूमिका और उनकी जिम्मेदारी की जांच भी करेगा।

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