स्वामी विवेकानंद जयंती 2025: राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 आज, जानिए इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम
25 साल की उम्र में स्वामी जी ने पैदल पूरे देश की यात्रा की थी। ना सिर्फ भारत में बल्कि अमेरिका में भी उन्होंने मानवता की सेवा के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।;
हर साल की भांति इस साल भी आज यानी 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जा रहा है। स्वामी विवेकानंद के जयंती के उपलक्ष में यह दिवस मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद का पूरा नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। वो एक महान दार्शनिक लेखक और धार्मिक शिक्षक भी थे। आइए जानते हैं राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास, महत्व और इस साल की थीम...
स्वामी विवेकानंद का जीवन
12 जनवरी, 1863 को बंगाल में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। उनके पिता विश्वनाथ दत्त थे। साल 1884 में पिता विश्वनाथ दत्त की मृत्यु के पश्चात घर की जिम्मेदारी का भार विवेकानंद के कंधों पर आ गया। 25 साल की उम्र में स्वामी जी ने पैदल पूरे देश की यात्रा की थी। ना सिर्फ भारत में बल्कि अमेरिका में भी उन्होंने मानवता की सेवा के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। सन् 1893 में शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म परिषद् में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया और वहां अपने भाषण से दुनिया को चकित कर दिया। 4 जुलाई सन् 1902 को इस महान आत्मा ने देह त्याग दिया।
राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास
भारत सरकार ने साल 1984 में हिंदू भिक्षु स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। उसके बाद 12 जनवरी 1985 से हर साल आज के दिन राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। तत्कालीन भारत सरकार का मानना था कि इस तरह, स्वामीजी के आदर्शवादी दर्शन और सिद्धांत, जिनके लिए उन्होंने जीवन जिया और अभ्यास किया, भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत बन जाएगा।
राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 की थीम
इस साल यानी राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 की थीम "राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण" रखी गई है। यह थीम देश के विकास में युवाओं को सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है। वहीं, इस वर्ष का दूसरा विषय "युवा एक स्थायी भविष्य के लिए: लचीलेपन और जिम्मेदारी के साथ राष्ट्र को आकार देना" भी है।
राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व
युवा दिवस के अवसर पर देशभर में स्कूल कॉलेज में प्रोग्राम कराए जाते हैं, जिसमें स्वामी विवेकानंद के संदेश देकर उन्हें (युवाओं) को प्रेरित किया जाता है। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के संदेश भी युवाओं को दिए जाते हैं। स्वामी विवेकानंद कहते थे कि युवा अपने देश के लिए कुछ अच्छा करें और मानवता की सेवा करें।