दिल्ली। अम्फान तूफान को लेकर की जा रही तैयारी की जानकारी देते हुए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) के डीजी एसएन प्रधान ने कहा है कि पश्चिम बंगाल और ओडिसा में एनडीआरएफ की 41 टीमें तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि कई दशकों बाद ऐसा सुपर साइक्लोन आ रहा है जिसके लिए हम पूरी तरह तैयार रहना चाहते हैं।
एनडीआरएफ के डीजी ने कहा कि ओडिसा में की 15 टीमों और पश्चिम बंगाल में 19 टीमों को जमीन पर तैनात किया गया है। सात टीमों को स्टैंडबाई पर रखा गया है, जिन्हें जरूरत पड़ने पर एयरलिफ्ट किया जा सकता है।
एनडीआरएफ के डीजी ने कहा कि अम्फान कल लैंडफॉल बनाएगा, यह बेहद भयंकर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में आएगा, इस हिसाब से तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब हम एक साथ दो आपदाओं का सामना कर रहे हैं। हम कोविड-19 के समय में चक्रवात की दोहरी चुनौती का सामना कर रहे हैं। हम इस चुनौती की विशालता के अनुसार कदम उठा रहे हैं।
एस एन प्रधान ने बताया, ' इसके अलावा अगर ये तूफान ज्यादा खतरनाक स्थिति में पहुंचता है तो उसके लिए भी तैयारियां पूरी कर ली हैं। एनडीआरएफ की कई टीमें स्टैंडबाई पर रखी गई हैं। ये टीमें बनारस, पुणे, चेन्नई और पटना में हैं। ये टीमें वहीं हैं जहां पर कि हवाई अड्डे हैं या फिर एयरफोर्स के स्टेशन हैं। अगर जरूरत पड़ेगी तो तुरंत एयरफोर्स के विमान से टीमों को प्रभावित जगहों पर लाया जाएगा।
मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने बताया है कि अम्फान साइक्लोन साल 1999 के बाद बंगाल की खाड़ी में आया दूसरा सुपर साइक्लोन है। इसकी हवा की रफ्तार 200 से 240 किलोमीटर प्रतिघंटा है और यह उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा की ओर से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि जहां तक पश्चिम बंगाल की बात है, यहां पर उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिले साइक्लोन के असर से प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा कोलकाता, हुगली. हावड़ा और वेस्ट मिदनापुर के इलाकों में हवा की रफ्तार काफी तेज हो सकती है।