नई दिल्ली। ऑनलाइन होते समय सावधानी बरतने की अपील करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 में के बाद डिजिटल पेमेंट प्लैटफॉर्म्स पर बहुत अधिक निर्भरता होने की वजह से वित्तीय धोखाधड़ी में बहुत वृद्धि देखी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार नेशनल साइबर सिक्यॉरिटी स्ट्रैटजी-2020 लेकर आ रही है, जो भारत की समृद्धि के लिए सुरक्षित, विश्वसनीय, लचीला और जीवंत साइबर स्पेस मुहैया कराएगा।
अजीत डोभाल केरल पुलिस और सोसायटी फॉर द पुलिसिंग ऑफ साइबर स्पेस एंड इन्फॉर्मेशन सिक्यॉरिटी रिसर्च असोसिएशन की ओर से आयोजित डेटा प्राइवेसी और हैकिंग कॉन्फ्रेंस COCONXIII-2020 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए साइबर सिक्यॉरिटी पर लेक्चर दे रहे थे। डोभाल के मुताबिक महामारी के कारण काम के माहौल में बदलाव आया है।
डोभाल ने कहा, ''कैश हैंडलिंग में कमी की वजह से डिजिटल पेमेंट प्लैटफॉर्म्स पर निर्भरता बहुत अधिक है और ऑनलाइन डेटा शेयर किया जा रहा है। सोशल मीडिया की मौजूदगी भी बढ़ गई है। जबकि हम एक हद तक अपने मामलों को ऑनलाइन मैनेज करने में सक्षम हैं, बुरे इरादे वाले इसमें एक नया अवसर पाते हैं।'' डोभाल ने कहा कि सीमित जागरूकता और साइबर स्वच्छता की वजह से साइबर अपराध में 500 फीसदी की तेजी आई है।
डोभाल ने कहा, ''डिजिटल पेमेंट प्लैटफॉर्म्स पर अधिक निर्भरता की वजह से वित्तीय धोखाधड़ी में घातीय वृद्धि हुई है। दुश्मन आपदा की इस घड़ी का गलत सूचनाओं, फर्जी समाचार से फायदा उठाना चाहते हैं। साइबर स्पेस में तैरता विशाल साइबर डेटा सोने की खान की तरह है जिससे जानकारी निकालने से हमारे नागरिकों की निजता में सेंध लगाई जा सकती है।''
डोभाल ने नागरिकों को ऑनलाइन होते समय सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए जिम्मेदार दृष्टिकोण रखें। एनएसए ने पहल के लिए राज्य सरकार और केरल पुलिस की सराहना की। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता के कारण COVID- 19 के कारण लोगों के जीवन की एक स्थायी विशेषता बन गई है, नागरिकों को ऑनलाइन रहते हुए अतिरिक्त सतर्क रहने की आवश्यकता है।