नईदिल्ली। संसद के दोनों सदनों में आज कारगिल दिवस के अबसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद शुरू हुई कार्रवाई हंगामा भरी रही।विपक्ष ने पेगासस और कृषि कानूनों को लेकर जमकर हंगामा किया। जिसके चलते पहले दो बजे और बाद में दोपहर तीन बजे तक दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। सत्र के पहले सप्ताह में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों में एक भी दिन ठीक से कामकाज नहीं हो पाया। हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बता दें की संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष पेगासस जासूसी कांड और कृषि कानून विरोधी आंदोलन सहित अन्य मुद्दों को लेकर विपक्षी ने हंगामा किया। इसी बीच लोकसभा ने सोमवार को बिना किसी चर्चा के दो विधेयक पारित कर दिए।फेक्टर विनियमन (संशोधन ) विधेयक-2020 और राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी संस्थान, उद्यमिता और प्रबंधन विधेयक-2021 पारित किया गया। विधेयक का मकसद सूक्ष्म, लघु एवं मझौले उद्यमों को ऋण उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त रास्ते उपलब्ध कराना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फेक्टर विनियमन विधेयक पेश करते समय कहा कि 2011 के कानून में यूके सिन्हा की समिति की सिफारिशों के आधार पर तीन संशोधन किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कानून से एमएसएमई क्षेत्र को लाभ मिलेगा। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी संस्थान, उद्यमिता और प्रबंधन विधेयक-2021 को खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति नाथ पारस ने बिना किसी विषय वस्तु के सीधे विधेयक सदन के पटल पर रख दिया। हंगामें के बीच विधेयक को पारित भी कर दिया गया।
इस विधेयक के जरिये से संस्थानों को अपने शैक्षिक पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने, इन्हें विकसित करने, अपने शैक्षिक क्रियाकलापों में अनुसंधान की गतिविधियां और उसका दर्जा बढ़ाने के लिए संचालनात्मक स्वायत्ता मिलेगी।