नईदिल्ली। नए संसद भवन के निर्माण के लिये आज भूमिपूजन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधिवत तरीके से संसद के नए भवन की आधारशिला रखी। इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित कई मंत्री शामिल हुए। इसके अलावा विदेशी राजदूत एवं उद्योगपति रतन टाटा भी उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार लोकसभा का आकार वर्तमान लोकसभा से तीन गुना बड़ा होगा और राज्यसभा भी वर्तमान उच्च सदन से बड़ी होगी। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में करीब 20,000 करोड़ रुपये खर्च होने हैं।नए भवन में लोकसभा सांसदों के लिए लगभग 888 और राज्यसभा सांसदों के लिए 326 से ज्यादा सीटें होंगी। पार्लियामेंट हॉल में कुल 1,224 सदस्य एक साथ बैठ सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि नए संसद भवन के निर्माण का प्रस्ताव भारत के उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति, एम वेंकैया नायडू एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्रमशः राज्यसभा और लोकसभा में 5 अगस्त 2019 को किया था। चार मंजिला नए संसद भवन का निर्माण 971 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है। इसका निर्माण भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिया जाएगा। प्रत्येक संसद सदस्य को पुनःनिर्मित श्रम शक्ति भवन में कार्यालय के लिए 40 वर्ग मीटर स्थान उपलब्ध कराया जाएगा जिसका निर्माण 2024 तक पूरा किया जाएगा।