नए साल में शुरू होगा वैक्सीनेशन प्रोग्राम, तैयारियां अंतिम चरण में : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के राजकोट में एम्स की आधारशिला रखी
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के राजकोट में एम्स की आधारशिला रखी। इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा की नया साल दस्तक दे रहा है। आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है। राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा।साल 2020 को एक नई नेशनल हेल्थ फेसिलिटी के साथ विदाई देना, इस साल की चुनौती को भी बताता है और नए साल की प्राथमिकता को भी दर्शाता है।
साल के आखिरी दिन कोरोना वारियर्स को नमन-
स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू बुरी तरह प्रभावित होता है और सिर्फ परिवार नहीं पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आ जाता है।साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है।कर्तव्य पथ पर जिन साथियों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं। मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना वो कितने प्रभावी तरीके से कर सकता है।
वैक्सीन की तैयारियां पूर्ण -
भारत ने एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं।जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हो।वहां करीब 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं।साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे।लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है।वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं।
10 एम्स का लक्ष्य -
उन्होंने कहा कि मेडिकल सेक्टर में गुजरात की सफलता के पीछे 2 दशकों का अनवरत प्रयास है, समर्पण और संकल्प है। बीते 6 सालों में इलाज और मेडिकल एजुकेशन को लेकर जिस स्केल पर काम हुआ है, उसका निश्चित लाभ गुजरात को भी मिल रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 से पहले केवल 6 एम्स तैयार थे, हमने 6 साल में 10 एम्स पर काम शुरू कर दिया है। एम्स की तर्ज पर सुपरस्पेशलिटी अस्पताल भी बनाए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। अब तक 1.5 करोड़ लोगों ने इसका लाभ उठाया है। आयुष्मान भारत योजना ने गरीबों को 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत की है। 7,000 लोगों ने देश में हर्बल केंद्र स्थापित किए हैं, जहां कम कीमत पर दवाएं उपलब्ध हैं।