J - K Assembly Election: जम्मू - कश्मीर चुनाव में पीएम मोदी का प्लान, डोडा से होगी शुरुआत, धारा 370 और आतंकवाद को बनाया जाएगा मुद्दा

Update: 2024-09-04 04:15 GMT

PM Modi plan in Jammu Kashmir elections

Jammu Kashmir Assembly Elections : पीएम मोदी इस समय विदेश की यात्रा पर हैं लेकिन जल्द ही भारत लौटकर वे जम्मू - कश्मीर विधानसभा चुनाव के प्रचार में लग जाएंगे। पीएम मोदी अपनी रैलियों की शुरूआत जम्मू - कश्मीर के डोडा से करेंगे। भाजपा का विशेष फोकस जम्मू में होगा। यहां प्रधानमंत्री दो रैलियों को संबोधित कर सकते हैं वहीं कश्मीर में प्रधानमंत्री की एक रैली प्रस्तावित है। भाजपा के चुनाव अभियान में विशेष फोकस धारा 370 की समाप्ति और आतंकवाद के खिलाफ सरकार के प्रयास होंगे। यहां 10 साल बाद चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा के लिए जम्मू - कश्मीर विधानसभा चुनाव विशेष महत्त्व रखता है।

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 8 सितंबर के बाद जम्मू - कश्मीर का दौरा कर सकते हैं। पीएम की जम्मू क्षेत्र के डोडा में कम से कम एक सार्वजनिक बैठक की योजना है। यहां हाल ही में कई आतंकवादी हमले हुए हैं।

10 वर्षों में पहला विधानसभा चुनाव :

18 सितंबर को पहले चरण के मतदान के साथ जम्मू-कश्मीर में 10 वर्षों में पहला विधानसभा चुनाव शुरू हो रहा है। भाजपा जम्मू में कम से कम 35 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है। परिसीमन के बाद जम्मू में 43 विधानसभा क्षेत्र हैं। साथ ही कश्मीर में भी इतनी ही सीटें जीतने की उम्मीद है। जम्मू - कश्मीर में तीन चरणों में कुल 90 सीट पर मतदान होगा।

जम्मू - कश्मीर में बीजेपी कॉन्फिडेंट क्यों :

भाजपा के कॉन्फिडेंट होने का एक कारण यह तथ्य है कि हाल के लोकसभा चुनावों में पार्टी को 30 विधानसभा क्षेत्रों में स्पष्ट बढ़त मिली थी। भाजपा ने जम्मू की दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी। ​​हालांकि, जानकारों का यह मानना है कि, "विधानसभा चुनाव एक अलग खेल है।" जम्मू क्षेत्र लंबे समय से भाजपा का गढ़ रहा है, मोदी सरकार द्वारा राज्य का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने को वहां व्यापक समर्थन मिला है। पार्टी यहां अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से जम्मू-कश्मीर में आए बदलावों पर जोर देगी।

भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, जिन्हें पार्टी ने जम्मू-कश्मीर अभियान में शामिल किया है, उन्होंने कहा कि विधानसभा सीटों में एससी/एसटी कोटा लागू करने और एसटी सूची का विस्तार करने के लिए लाए गए बदलाव भी भाजपा के पक्ष में काम करेंगे। 18 सितंबर के बाद, जम्मू-कश्मीर में 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा। नतीजे 8 अक्टूबर को आने हैं।

Tags:    

Similar News