नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हंदवाड़ा एनकाउंटर में शहीद हुए सेना के 5 जवानों को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि शहीद हुए हमारे साहसी सैनिकों और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि। उनकी वीरता और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने अत्यंत समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा की और हमारे नागरिकों की रक्षा के लिए अथक परिश्रम किया। उनके परिवारों और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है।
जम्मू एवं कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सेना के दो वरिष्ठ अधिकारी सहित 5 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। इलाके में हुई एक मुठभेड़ में 2 आतंकवादी भी मारे गए हैं। सेना ने रविवार को इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि 2 वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों में 2 जूनियर रैंक के अफसर, 1 स्थानीय पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
श्रीनगर स्थित रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने रैंक सहित 5 सुरक्षाकर्मियों की शहादत की जानकारी दी, लेकिन उनके नाम उजागर नहीं किए हैं। एक शीर्ष सूत्र ने आईएएनएस से कहा, "हंदवाड़ा तहसील के चंजिमुल्ला गांव में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच 20 घंटे तक चली लंबी मुठभेड़ में हंदवाड़ा तहसील के रजवार इलाके में राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर एक कर्नल, कंपनी कमांडर एक मैजर, स्थानीय पुलिस के एसओजी के एक अधिकारी के अलावा एक लांस नायक और एक राइफलमैन शहीद हुए हैं।
सेना ने दो आतंकवादियों को भी मार गिराया है और उनकी पहचान का पता लगाया जा रहा है। हालांकि, मुठभेड़ स्थल में गोलीबारी रूक गई है, लेकिन सर्च ऑपरेशन जारी है। इससे पहले सूत्रों ने आईएएनएस को बताया था कि इलाके में नागरिक जीवन और संपत्ति को कोई क्षति ना पहुंचे इसके लिए चुपचाप ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए घर के भीतर गए सुरक्षाकर्मियों के साथ कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था।
ऐसे में सेना के पैरा कमांडो और अन्य सुरक्षाकर्मियों ने रविवार सुबह पहली किरण के साथ ही आतंकवादियों के खिलाफ अंतिम हमले की शुरुआत की थी। पैरा कमांडो ने सुरक्षाकर्मियों और घर के अंदर छिपे आतंकवादियों को अलग करने के लिए अभियान शुरू किया था। गौरतलब है कि सुरक्षाबलों ने रजवार वन क्षेत्र में कथित रूप से छिपे आतंकवादियों के खिलाफ शनिवार को इस ऑपरेशन की शुरुआत की थी। शहीद हुए कर्मियों ने ऑपरेशन के दौरान घर में प्रवेश करते हुए अपनी जान को जोखिम में डाल कर कार्रवाई को अंजाम दिया था।