भारत में अडवांस स्टेज में कुछ वैक्सीन, हर नागरिक तक पहुंचाएंगे : पीएम मोदी
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए कोरोना के खिलाफ जंग में लापरवाही नहीं बरतने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों के मौसम में बाजारों में रौनक लौट रही है, लेकिन हमें यह भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले ही चला गया हो, वायरस नहीं गया है। भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में है, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है। पीएम मोदी ने कोरोना टीके को लेकर कहा कि देश में कई वैक्सीन पर काम चल रहा है और उपलब्ध होते ही टीके को हर नागरिक तक पहुंचाया जाएगा। पीएम मोदी ने ऐसे समय पर लोगों से सर्तकता बनाए रखने की अपील की है, जब लगभग तीन महीने बाद देश में 50 हजार से कम कोविड-19 केस सामने आए हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ''बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है। अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं। हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं। भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं।''
पीएम मोदी ने आगे कहा, ''जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है। कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक वैक्सीन पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है।''
पीएम मोदी ने कहा कि देश में रिकवरी रेट अच्छी है, मृत्यु दर कम है। भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर करीब साढ़े पांच हजार लोगों को करोना हुआ है, वहीं अमेरिका और ब्राजील में यह आंकड़ा 25 हजार है। भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर मृत्यु दर 83 है, जबकि ब्राजील और अमेरिका जैसे देशों में यह आंकड़ा 600 के पार है। दुनिया के सुविधासंपन्न देशों की तुलना में भारत अधिक नागरिकों की जान बचाने में सफल रहा है।
पीएम ने कहा कि भारत में आज 90 हजार से अधिक बेड, 12 हजार क्वारंटाइन सेंटर, कोरोना टेस्टिंग की करीब 2 हजार लैब, देश में टेस्टिंग की संख्या जल्द ही 10 करोड़ के आकंडे को पार कर जाएगी। कोरोना महामारी के खिलाफ टेस्टिंग संख्या हमारी ताकत रही है। सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे स्वास्थ्य कर्मी इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। इन सभी प्रयासों के बीच यह समय लापरवाह होने का नहीं है। यह समय यह मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका हो या यूरोप के दूसरे देश, इन देशों में कोरोना के मामले कम हो रहे थे, लेकिन अचानक से तेजी से बढ़ने लगे हैं। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं बन जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को रत्तीभर भी कमोजर नहीं पड़ने देना है। पीएम ने कहा कि हमें याद रखना है कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं।