Rama Ekadashi 2024: रमा एकादशी आज, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और कथा

आज 28 अक्टूबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान हरि के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करना बेहद शुभ होता है।

Update: 2024-10-28 04:44 GMT

 Ekadashi 2024: सनातन धर्म में एकादशी की तिथि को बेहद महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि यानी दिवाली के पहले पड़ने वाली एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है। इसे रंभा एकादशी या फिर कार्तिक कृष्ण एकादशी भी कहा जाता है। इसी दिन से दिवाली पर्व की शुरुआत होती है। आज 28 अक्टूबर को रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान हरि के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करना बेहद शुभ होता है। आइए जानते हैं इसके शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व के बारे में...

रमा एकादशी का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर को रखा जाएगा। एकादशी तिथि का प्रारंभ 27 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 23 मिनट से शुरू हो गई है जिसका समापन 28 अक्टूबर की सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर होगा। रमा एकादशी का पारण 29 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 31 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।

रमा एकादशी की पूजन विधि 

आज रमा एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के पश्चात व्रत का संकल्प ले, उसके बाद पूरे विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इस पूजा में भगवान विष्णु को धूप दीप, नैवेद्य, फल - फूल और तुलसी के पत्ते आदि अर्पित करें। रात्रि के समय भी भजन संध्या और कीर्तन करें।

रमा एकादशी का कथा

कहा जाता है कि प्राचीनकाल में विंध्य पर्वत पर क्रोधन नामक एक बहेलिया रहता था। उसने अपनी सारी जिंदगी में सिर्फ अत्याचार ही किया है। जब उसका अंतिम दिन आया तो वो महर्षि अंगिरा के शरण में पहुंच गया। उन्होंने बहेलिया को रमा एकादशी का व्रत करने की सलाह दी। भगवान विष्णु की कृपा से उसे मोक्ष की प्राप्ति हुई। 

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