पाकिस्‍तान: दुनियाभर के देशों में गिरफ्तार होने वाले 90% भिखारी पाकिस्तानी, रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा...

हज के नाम पर भिखारियों से भरा सऊदी अरब

Update: 2024-09-25 07:33 GMT

पाकिस्‍तानी वेबसाइट डॉन की एक हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान से मध्य-पूर्वी देशों में पर्यटकों के वेश में यात्रा करने वाले 'भिखारियों' की संख्या में वृद्धि हुई है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर पाकिस्तान के अधिकारियों ने जांच बढ़ा दी है और ऐसे मामलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए यात्रियों की जांच भी शुरू कर दी गई है।

संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रकाशन को बताया कि पर्यटकों के वेश में आने वाले 'भिखारी' सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, इराक, ईरान, ओमान और तुर्की जाते हैं। अधिकारी ने कहा कि विदेशों में गिरफ्तार किए गए 'भिखारियों' में से 90 प्रतिशत पाकिस्तानी मूल के थे।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्रालय ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में 44,000 यात्रियों को उतारा गया है। एफआईए के निदेशक कादिर कमर ने कहा कि उन्होंने उन यात्रियों को उतारा जिनके पास नकली दस्तावेज होने का संदेह था।

एफआईए ने उल्लेख किया कि लोग खुद को धार्मिक पर्यटकों के रूप में छिपाते हैं और 'संभावित भिखारियों के गिरोह' दक्षिण पंजाब के जिलों से हैं।

प्रकाशन ने यह भी कहा कि यूएई के अधिकारियों ने उन पाकिस्तानियों को वीजा देने से मना करना शुरू कर दिया है जिनके पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं। इससे उन्हें पता चल जाएगा कि वे असली पर्यटक हैं या नहीं। अधिकारियों ने मध्य-पूर्वी और खाड़ी देशों को ऐसे यात्रियों से सावधान रहने को कहा है।

एक एफआईए अधिकारी ने कहा कि पश्चिमी देश यात्रियों के बैंक स्टेटमेंट, टैक्स दस्तावेजों के साथ-साथ उनके वीजा आवेदन की भी जांच करते हैं ताकि यह देखा जा सके कि उनके पास ठहरने के दौरान पर्याप्त पैसे हैं या नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि हवाई अड्डों पर यात्रियों से उनके पेशे, व्यवसाय और बैंक खाते के बारे में पूछा जाता है ताकि उनकी यात्रा और उसके उद्देश्य के बारे में जानकारी ली जा सके। प्रकाशन के हवाले से एफआईए अधिकारी ने कहा कि अगर अधिकारियों को संदेह होता है कि कोई वास्तविक यात्री नहीं है, तो उन्हें उतार दिया जाता है।

हज के नाम पर भिखारियों से भरा सऊदी अरब

बढ़ती भिखारियों की संख्‍या से परेशान होकर सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय को चेतावनी जारी की है। उमराह वीजा के तहत पाकिस्तानी भिखारियों को खाड़ी देश में प्रवेश करने से रोकने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।

‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सऊदी अधिकारियों ने इस स्थिति पर गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यदि इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो इसका असर पाकिस्तान से आने वाले उमराह और हज यात्रियों पर नकारात्मक हो सकता है।

सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मंत्रालय को सख्त संदेश भेजते हुए कहा है कि पाकिस्तानी भिखारियों को उमराह वीजा के तहत खाड़ी देश में प्रवेश से रोकने के लिए उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है। इस चेतावनी के बाद, पाकिस्तान ने "उमराह अधिनियम" पेश करने का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य उमराह की व्यवस्था करने वाली ट्रैवल एजेंसियों को नियमों के तहत लाना और उन पर कानूनी निगरानी रखना है।

आमतौर पर, पाकिस्‍तान से ज्‍यादातर लोग उमराह वीजा पर सऊदी अरब आते हैं और भीख मांगने जैसी गतिविधियों में शामिल होकर वहीं ठहर जाते हैं।

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