सुशांत मामले में ड्रग्स ऐंगल पर फंसीं रिया चक्रवर्ती, कोर्ट ने 14 द‍िनों के लिए भेजा जेल

Update: 2020-09-08 17:06 GMT

मुंबई। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मौत केस की मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती को मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 14 दिनों की न्यायिक में हिरासत 22 सितंबर तक भेज दिया गया है। लेकिन, रिया चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर सुनवाई अभी जारी है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने मंगलवार को ड्रग्स खरीदने और उसे लेने के केस में फिल्म एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया। रिया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान एनसीबी ने रिया के न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी। इससे पहले, रिया का सायन अस्पताल में मेडिकल कराया गया। रिया की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई।

इधर, एनसीबी ने रिया की गिरफ्तारी के बाद कहा कि वे पिछले तीन दिनों के दौरान रिया के जवाबों से संतुष्ट हैं और वे रिमांड की मांग नहीं करेंगे। एनसीबी के साउथ-वेस्टर्न रीजन के डिप्टी डायरेक्टर एम.ए. जैन ने कहा- रिया चक्रवर्ती तो कुछ देर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। हमें उनकी रिमांड की जरूरत नहीं है इसलिए हम न्यायिक हिरासत की मांग करेंगे। उन्होंने आगे कहा- हम उनकी जमानत का विरोध करेंगे। हम सिर्फ न्यायिक हिरासत चाहते हैं लेकिन जमानत का समर्थन नहीं करेंगे।

एनसीबी पिछले तीन दिनों से रिया चक्रवर्ती से पूछताछ करती आ रही थी। एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा ने कहा, "रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया गया और परिवार को सूचना करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।"

14 जून को फिल्म एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत केस में केस की मुख्य आरोपी और उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती से पूछताछ की जा रही थी। एनसीबी ने सोमवार की रिया से करीब 6 घंटे और सोमवार को 8 घंटे तक पूछताछ की थी। 28 वर्षाय रिया का उनके भाई शौविक, सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और सुशांत के नौकर दीपेश सावंत के आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई थी ताकि ड्रग रैकेट में उनकी कथित भूमिका का पता लगाया जा सके।

रिमांड कॉपी में एनसीबी ने लिखा है कि शौविक या रिया ने ड्रग्‍स सीधे तौर पर नहीं खरीदे। दोनों ड्रग्‍स मुहैया करवाने जरूर भागीदार थे। रिमांड कॉपी में एनसीबी ने लिखा है कि ड्रग्‍स के लिए पैसों के लेन-देन में रिया और सुशांत की भागीदारी थी। वह शौविक, सैमुअल और दीपेश को ड्रग्‍स लेने के लिए निर्देश देती थीं। पैसों का लेन-देन देखती थीं।

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