Wrestler Protest : साक्षी मलिक का दावा- पहलवानों को धरने के लिए भाजपा नेताओं ने उकसाया, मेडल बहाने पर भड़क जाती हिंसा
साक्षी के पति कादियान ने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार से नहीं है ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ है
नईदिल्ली/वेबडेस्क। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले में आंदोलनरत पहलवान साक्षी मलिक ने एक नया खुलासा किया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि पहलवानों को धरना देने के लिए दो भाजपा नेताओं ने उकसाया था। उन्हीं ने जंतर-मंतर पर धरने के लिए मंजूरी दिलाई थी।
दरअसल, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान ने आज शनिवार को सोशल मीडिया पर एक द ट्रुथ टाइटल से अपना एक वीडियो पोस्ट पोस्ट किया है। जिसमें ये दावे किए गई है। इस वीडियो में उन्होंने आंदोलन से जुडी कई जानकारियां साझा की है।
भाजपा नेताओं ने उकसाया -
साक्षी मलिक ने कहा कि हमारे आंदोलन को लेकर आरोप लगाया जाता है कि ये राजनीति से प्रेरित है। कई लोग कहते हैं कि कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने आंदोलन के लिए उकसाया है, लेकिन हमने सबसे पहले जनवरी में जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया था। हमें धरना देने के लिए भाजपा नेता बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने कहा था। दोनों नेताओं ने हमसे कहा कि ब्र जभूषण के खिलाफ अपनी आवाज उठाओ। यही नहीं, जंतर-मंतर पर धरने की परमिशन भी बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने ही दिलाई थी। साक्षी ने परमिशन लेटर भी दिखाया।
संसद घेरने का फैसला खाप का -
साक्षी ने संसद के घेराव पर कहा कि 28 मई को संसद पर महिला महापंचायत का निर्णय हमने नहीं बल्कि महम में हुई पंचायत में बुजुर्गों व खाप प्रतिनिधियों ने लिया था। हमें बाद में पता चला की इसी दिन नई संसद भवन का उद्घाटन है। हम बुजुर्गों के सम्मान के लिए संसद भवन की ओर बढ़ गए।
मेडल बहाने पर हिंसा का अंदेशा -
गंगा में मेडल बहाने को लेकर साक्षी मलिक ने कहा कि जब हम हरिद्वार में मेडल बहाने गए थे, वहां तंत्र से जुड़ा एक व्यक्ति बजरंग के पास आया और उसे साइड में ले गया। वहां बजरंग से कहा कि तुम्हारे मुद्दे पर ऊपर बात चल रही है। मेडल विसर्जित मत करो। 7 बजे तक बजरंग को रोके रखा। इसके बाद वहां भीड़ जुट गई और ऐसा माहौल बना कि यदि हम मेडल बहा देते तो हरिद्वार में हिंसा भड़क सकती थी। इसलिए हमने फैसला बदला
हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं -
वहीँ साक्षी के पति कादियान ने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार से नहीं है ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ है। वहीं साक्षी मलिक ने कहा कि कहा जाता है कि इतने दिन हम चुप क्यों थे। इसका कारण हमारे में एकता नहीं थी। उन्होंने दावा किया कि नाबालिग ने बयान इस कारण बदला क्योंकि उनके परिवार को डराया गया। भारत के शीर्ष पहलवानों ने मिलकर आवाज उठाई, लेकिन इसके बाद भी आपने देखा कि क्या-क्या हुआ। वीडियो के अंत में उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा, चंद्रशेखर आजाद और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल सहित कई संगठनों का धन्यवाद किया।