Independence Day: सेकुलर सिविल कोड देश में बेहद जरुरी - UCC पर पीएम मोदी का लाल किले से बड़ा बयान
नई दिल्ली। समान नागरिक संहिता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से बड़ा बयान दिया है। उन्होंने देश के वर्तमान सिविल कोड को कम्युनल बताया है। पीएम मोदी ने कहा कि, देश की आजादी को 75 वर्ष हो चुके हैं ऐसे में कम्युनल सिविल कोड लागू नहीं होना चाहिए। समान नागरिक संहिता वर्तमान सरकार का बड़ा एजेंडा है ऐसे में लाल से पीएम मोदी के इस बयान के बड़े मायने हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि, जब मैं कर्तव्य की बात करता हूँ तो कर्तव्य नागरिकों का ही नहीं बल्कि सरकार का भी है। 140 करोड़ देश वासी एक साथ अपने कर्तव्य का पालन करेंगे तो अधिकारों की रक्षा अपने आप होगी। इससे हमारा लोकतंत्र और मजबूत होगा। सुप्रीम कोर्ट ने बार बार UCC पर चर्चा की है, इसे लागू करने की बात कही है। जो इस समय सिविल कोड है वह कम्युनल सिविल कोड है। देश की आजादी को 75 साल हो गए हैं। मैं चाहता हूँ कि, इस विषय पर चर्चा हो। जो कानून धर्म के आधार पर लोगों को बांटते हैं उन्हें खत्म करना होगा। अब हमारे देश में सेक्यूलर सिविल कोड होना ही चाहिए।"
धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त हो :
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि, ''सुप्रीम कोर्ट ने समान नागरिक संहिता को लेकर बार-बार चर्चा की है, कई बार आदेश दिए हैं। देश का एक बड़ा वर्ग मानता है - और ये सच भी है कि जिस नागरिक संहिता के साथ हम जी रहे हैं वो असल में एक तरह से सांप्रदायिक नागरिक संहिता है। मैं कहूंगा कि यह समय की मांग है कि देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता हो। तभी हम धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त हो पाएंगे।"