Shikhar Dhawan Retires: मोहाली तूफान से लेकर भारत के ICC हीरो तक, गब्बर की सबसे बेहतरीन पारियां

Update: 2024-08-24 07:49 GMT

Shikhar Dhawan Retires: भारत के दिग्गज ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन ने अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया है। उन्होंने इंटरनेशनल और घरेलू दोनों क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है, इस बात की जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया के माध्यम से दी। शनिवार 24 अगस्त की सुबह उन्होंने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने संन्यास की घोषणा करते हुए सभी अपने चाहने वालों को शुक्रिया कहा।



मेरा सपना था कि मैं इंडिया के लिए खेलूं- धवन

वीडियो में शिखर धवन ने कहा कि "मेरी हमेशा से एक ही मंजिल रही है इंडिया के लिए खेलना और वह हुआ भी जिसके लिए मैं अपने बचपन के कोच, माता-पिता, टीम इंडिया और बीसीसीआई का तहे दिल से शुक्रिया कहना चाहता हूं। कहते हैं न कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटने जरूरी होते हैं। बस वही करने जा रहा हूं।


शिखर का सफर एक काल्पनिक कहानी

शिखर धवन का 2010 में भारत के लिए पदार्पण वास्तव में काल्पनिक कहानी से कम नहीं रहा है। शिखर ने जो इन 14 वर्षों में किया है वह वास्तव में एक परीकथा है। शून्य पर अपना भारतीय करियर शुरू करने से लेकर, अंततः देश के सबसे शानदार सफेद गेंद बल्लेबाजों में से एक के रूप में सूर्यास्त तक, धवन ने अपनी खुद की विरासत बनाई है, शिखर धवन रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ भारत की बल्लेबाजी त्रिमूर्ति का हिस्सा रहे हैं। मगर धवन की बदकिस्मती कहें या फिर रेखाओं का खेल धवन का योगदान एक रो-को' उन्माद के बीच खो गया। वह भी केवल इसलिए क्योंकि उन्होंने लगभग दो साल पहले भारत के लिए आखिरी बार खेला था। लेकिन जब तक धवन भारत की बल्लेबाजी का एक स्तंभ बने रहे, वे उनके मुख्य आधारों में से एक थे।


मोहाली 2013,187 बनाम ऑस्ट्रेलिया

भारत के 17 बल्लेबाजों ने टेस्ट डेब्यू पर शतक बनाया है, लेकिन धवन की उपलब्धि को अलग स्थान मिलना चाहिए। वीरेंद्र सहवाग की जगह आने पर धवन का सपना दुःस्वप्न में बदल सकता था। पारी की पहली गेंद फेंकने के लिए दौड़ते हुए, गेंद मिशेल स्टार्क के हाथ से फिसल गई और नॉन-स्ट्राइकर छोर पर स्टंप पर जा लगी, जबकि धवन अपनी क्रीज से बाहर थे। वह शून्य पर रन आउट हो सकते थे... बिना गेंद का सामना किए। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई खेमे से किसी ने अपील नहीं की। इसके बाद जो हुआ वह सर्वकालिक महान टेस्ट टीमों में से एक के 27 वर्षीय खिलाड़ी द्वारा किए गए विध्वंस का एक शानदार प्रदर्शन था।

117 बनाम ऑस्ट्रेलिया, ओवल 2019

इस मैच के दौरान धवन के अंगूठे में फ्रेक्चर हो गया। धवन ने 92 रन फ्रैक्चर वाले अंगूठे के साथ बनाए। हवाएं 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी और उनके अंगूठे को हिला दिया था भारतीय क्रिकेट की लोककथाओं में यकीनन किसी व्यक्ति का अगर नाम लिया जाएगा तो वो होंगे शिखर धवन, आज अपने आप से धवन अपनी कहानी खत्म कर ली। शनिवार 24 अगस्त की सुबह उन्होंने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने संन्यास की घोषणा करते हुए सभी अपने चाहने वालों को शुक्रिया कहा।

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