उत्तर प्रदेश: गाय को राज्यमाता का दर्जा देने पर बोले सपा नेता एसटी हसन, चुनाव बाद दर्जा रहेगा या नहीं
Rajya Mata status to cow : मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश। महाराष्ट्र सरकार ने 30 सितंबर 2024 को देशी गायों को 'राज्यमाता' का दर्जा देने की घोषणा की थी। सपा नेता एसटी हसन (SP leader ST Hasan) ने इसे चुनावी प्रपंच बताया है। बुधवार 2 अक्टूबर को सपा नेता हसन ने मीडिया से कहा कि देखते हैं कि चुनावों के बाद भी यह दर्जा जारी रहता है या नहीं। महाराष्ट्र में अभी विधानसभा चुनाव होने हैं, इस बीच महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले को विपक्ष द्वारा चुनाव से प्रभावित माना जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने कहा, यह बड़ी संख्या में हिंदुओं की भावना है, उनका मानना है कि गायें 'गौ माता' हैं, लेकिन दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत में हिंदू भी उनके मांस का उपयोग करते हैं। अगर 'राज्यमाता' का दर्जा दिया गया है, तो यह हिंदू भावनाओं के लिए अच्छा है, लेकिन यह उन भावनाओं के लिए किया गया है क्योंकि वहां चुनाव होने वाले हैं। वहां बहुत से लोग गोमांस भी खाते हैं। देखते हैं कि चुनावों के बाद भी यह दर्जा जारी रहता है या नहीं।
कैबिनेट मीटिंग में लिया था निर्णय
दरअसल, 30 सितंबर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में यह तय किया कि, गाय को महाराष्ट्र में राज्यमाता का दर्जा मिले। महाराष्ट्र सरकार ने एक आदेश भी जारी किया है। जारी आदेश में कहा गया है कि, शासन ने यह निर्णय लिया है कि गाय का भारतीय संस्कृति, वैदिक काल से महत्व है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति, पंचगव्य उपचार पद्धति, इस तरह गोमूत्र जैविक खेती पद्धति के महत्व को देखते हुए गाय को अब से राज्यमाता घोषित किया जा रहा है।
महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले से हिन्दू वादी संगठन और गौरक्षक काफी खुश हैं। आए दिन किसी न किसी राज्य से गौ तस्करी के मामले सामने आते हैं। ऐसे में महाराष्ट्र द्वारा गाय को महाराष्ट्र की राज्यमाता का दर्जा दिया जाना बड़ा फैसला माना जा रहा है।