Surat Stonepelting: सोशल मीडिया पर छा गए हर्ष सिंघवी, देर रात गणेश पंडाल पर हुई पथरबाजी तो सुबह होने से पहले आरोपी सलाखों के पीछे
Surat Stonepelting : गुजरात। सूरत में देर रात गणेश पंडाल में पत्थरबाजी की घटना हुई। इसके बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया तो गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सिंघवी (Gujarat Home Minister, Harsh Singhvi) ने वादा किया कि, सुबह होने से पहले सभी उपद्रवियों को पकड़ लिया जाएगा। इसके बाद पुलिस ने तय वादे के अनुसार 27 स्टोनपेलटर्स को गिरफ्तार किया। मामला शांत होने पर रात को ही गृह मंत्री हर्ष सिंघवी खुद उस पंडाल में पहुंचे जहां पत्थरबाजी हुई और लोगों के साथ बैठकर आरती की।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सिंघवी ने बताया कि, सूरत पुलिस टीम और गणेश मंडल के कलाकारों के साथ मिलकर, मैंने उसी गणेश मंदिर में गणेशजी की आरती और पूजा की, जहां पत्थरबाजी हुई थी। जैसा कि मैंने वादा किया था, सूरज उगने से पहले हमने पत्थरबाज़ों को पकड़ लिया है।"
उन्होंने अपने एक्स पर पूरा मामला शेयर करते हुए लिखा, " सुबह 6:30 बजे सूरत अपडेट यहां विवरण है: ⁃27 स्टोनबेकर गिरफ्तार ⁃सीसीटीवी, वीडियो विजुअल्स, डूबान विजुअल्स और अन्य तकनीकी पर्यवेक्षण कार्य अभी जारी है।
सभी प्रमाणित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ⁃ हमारी रिपोर्ट स्टोनबाज़ों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने के लिए पूरी रात काम कर रही थी और अभी भी काम कर रही है। जय गणेश!!"
दरअसल, "सूरत के सैयदपुरा इलाके में, 6 लोगों ने गणेश पंडाल पर पथराव किया। इन सभी 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस ने अन्य 27 लोगों को भी गिरफ्तार किया है जो इस तरह की घटना को बढ़ावा देने में शामिल थे।
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा, "कुछ बच्चों ने गणेश पंडाल पर पत्थर फेंके, जिसके बाद झड़प हो गई। पुलिस ने तुरंत उन बच्चों को वहां से हटा दिया...इलाके में तुरंत पुलिस तैनात कर दी गई। जहां जरूरत थी वहां लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। करीब 1,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। इसके बाद भीड़ को शांत किया गया।
इस पूरी घटना के बाद गुजरात पुलिस और राज्य के गृह मंत्री हर्ष सिंघवी सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। त्वरित एक्शन के लिए गुजरात पुलिस के साथ - साथ हर्ष सिंघवी की भी काफी तारीफ की जा रही है।
सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया, "कल 8 सितंबर को कुछ युवा लड़कों ने चलती ऑटोरिक्शा से पंडाल पर पथराव किया। पथराव के बाद वे भागने की कोशिश कर रहे थे...पुलिस कर्मियों ने पीछा कर उन्हें तुरंत पकड़ लिया। ऑटो में चालक समेत कुल 6 लोग सवार थे। सभी युवा लड़के थे। उन्हें सैयदपुरा चौकी लाया गया और शिकायतकर्ता को बुलाया गया ताकि एफआईआर दर्ज की जा सके...उसी समय वहां बड़ी संख्या में लोग आ गए और चूंकि यह इलाका मुस्लिम बहुल इलाके के बीच में है, इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग भी वहां पहुंच गए और तीखी बहस के बाद पथराव शुरू हो गया।"
"मौके पर मौजूद पुलिस ने बल प्रयोग किया और उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया। पुलिस ने पथराव करने वालों को भी पकड़ लिया। इस मामले में कुल 28 आरोपियों को पकड़ा गया। 3 मामले दर्ज किए गए, एफआईआर भी दर्ज की गई। पंडाल पर पथराव करने वाले 6 किशोरों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया। बीएनएस की धाराएं लगाई गईं...पत्थरबाजी करने वाले 6 किशोरों को हिरासत में लेने के बाद 28 आरोपी हैं, अन्य को भी गिरफ्तार करने की प्रक्रिया चल रही है...किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।"