Ujjain News: अचानक क्यों खोल दिया गया देवास नदी का डेम, बढ़ गया शिप्रा नदी का जलस्तर, अब कंट्रोल रूम प्रभारी को नोटिस जानिए पूरा मामला
देवास और इंदौर में भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया था।
Ujjain News: उज्जैन: बिना बारिश के ही क्षिप्रा का जलस्तर बढ़ने लगा और कुछ ही घंटों में पानी छोटा पुल के ऊपर से बहने लगा। हालांकि, सोमवार सुबह नदी का पानी तेजी से कम होने लगा। लोग चर्चा कर रहे थे कि जिले में भारी बारिश न होने के बावजूद बाढ़ जैसे हालात हैं।
हालांकि, देवास और इंदौर में भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया था। सुबह 3 बजे से नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया था। सुबह 9 बजे तक पानी दत्त अखाड़ा घाट के ऊपर से बह रहा था। बाढ़ के साथ आए और घाटों पर जम गए कीचड़ को वापस नदी में बहाने का काम उज्जैन नगर निगम के अग्निशमन कर्मियों की मदद से शुरू हुआ और घाटों की सफाई की गई। रविवार को शहर में मौसम अजीबोगरीब रहा।
दोपहर और रात में शहर के कई इलाके तेज बारिश से भीग गए। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अच्छी बारिश के लिए बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बनना जरूरी है। इस बार अभी तक एक भी कम दबाव का क्षेत्र नहीं बना है। इसके कारण जिले में एक ही समय पर समान बारिश नहीं हो रही है। अभी जो बारिश हो रही है, वह गरज वाले बादलों (सीबी क्लाउड) के कारण हो रही है।
स्थानीय सिस्टम बनने के कारण अलग-अलग इलाकों में तेज या धीमी बारिश हो रही है। संकेत मिल रहे हैं कि चार-पांच दिन में बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बन सकता है। इस बीच कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने निर्देश दिए हैं कि बाढ़ आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जिले में बाढ़ आपदा की स्थिति न बने और क्षिप्रा के महत्वपूर्ण स्थानों पर जलस्तर पर कंट्रोल रूम से नजर रखी जाए। उन्होंने रविवार को क्षिप्रा में अचानक बढ़े जलस्तर की पूर्व सूचना नहीं देने पर कंट्रोल रूम प्रभारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
सोमवार को प्रशासनिक संकुल भवन में कलेक्टर की अध्यक्षता में अंतरविभागीय समन्वय बैठक हुई, जिसमें अधिकारियों को क्षिप्रा के जलस्तर को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि अचानक जलस्तर बढ़ने जैसी स्थिति दोबारा नहीं बननी चाहिए।