काबुल। काबुल पर कब्जा जमाते ही तालिबान का असली चेहरा सामने आने लगा है। तालिबान द्वारा किए गए सभी वाडे भी एक -एक कर टूटने लगे है। इसी कड़ी में आज किसी भी दूतावास को को नुकसान ना पहुंचाने का वादा भी तोड़ दिया है। तालिबानी आतंकियों ने आज कंधार और हेरात में बंद पड़े भारतीय दूतावास निशाना बनाया है। उन्होंने यहाँ पहुंचकर तोड़फोड़ की और तलाशी ली।
सूत्रों के अनुसार आज शुक्रवार को कुछ तालिबानी आतंकी कंधार और हेरात स्थित बंद पड़े दूतावासों में पहुंचे। उन्होंने यहाँ लगे तालों को तोड़कर कागजातों की छानबीन भी की। इसके बाद वह अपने साथ कुछ दस्तावेज और वहां खड़ी कारों को अपने साथ ले गए है। भारतीय अधिकारीयों का कहना है की तालिबान अपने सभी वादों से मुकरता जा रहा है। उसने विशवास दिलाया था की किसी भी देश के दूतावास को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। इससे पहले गुरूवार को तालिबान ने भारत के साथ सभी व्यापारिक रिश्तों को तोड़ने का एलान किया था। जिसके बाद भारत से अफ़ग़ानिस्तान के साथ आयात और निर्यात बंद हो गया है।
1991 वाला रूप -
तालिबान का पुराना 1991 वाला रूप ही अब सामने आने लगा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार तालिबान ने अमेरिकी और नाटो सेना की मदद करने वाले अफ़ग़ानियों की एक लिस्ट तैयार की है। उनकी तलाश में हर घर जाकर तलाशी ले रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार वह इन लोगों को शंका रहा है की वे सामने नहीं आए तो उनके परिवार के लोगों को मार दिया जाएगा या गिरफ्तार कर लिया जाएगा।