मुंबई फेरी हादसा: स्पीडबोट की टक्कर से 13 की मौत, 90 से ज्यादा लोगों को बचाया गया, सामने आए हादसे के खतरनाक वीडियो…
बुधवार को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास एक दर्दनाक हादसा हुआ। नीलकमल नाम की फेरी, जो एलीफेंटा द्वीप जा रही थी, एक तेज रफ्तार नेवी स्पीडबोट से टकरा गई। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 10 आम नागरिक और 3 नेवी के कर्मचारी शामिल हैं। नाव पर 109 यात्री और 5 क्रू सदस्य मौजूद थे।
घटना का विवरण
यह हादसा शाम करीब 4 बजे हुआ, जब नेवी की स्पीडबोट नियंत्रण खो बैठी और फेरी से टकरा गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्पीडबोट टक्कर से पहले स्टंट कर रही थी। टक्कर के बाद फेरी समुद्र में डूबने लगी, लेकिन यह तट के पास होने के कारण बचाव कार्य तेजी से शुरू किया जा सका।
घटना का एक भयावह वीडियो सामने आया है, जिसमें टक्कर का पल और उसके बाद लोगों की चीख-पुकार देखी जा सकती है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर से कुछ लोग हवा में उछल गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।
VIDEO | Rescue operation underway after a ferry, called Neelkamal, capsized off the Mumbai coast earlier today. One passenger was killed, while 66 others have been rescued till now.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 18, 2024
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/OHbk93woHN
रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना के तुरंत बाद नेवी, कोस्ट गार्ड, और स्थानीय प्रशासन ने संयुक्त बचाव अभियान शुरू किया। 11 नेवी बोट, 3 मरीन पुलिस बोट, और 4 हेलिकॉप्टरों की मदद से 90 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया।
एक नाव चालक ने बताया, "जब हम वहां पहुंचे, तो लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। हमने पहले महिलाओं और बच्चों को बचाया। एक छोटी बच्ची बेहोश थी। उसके फेफड़ों में पानी भर गया था, लेकिन समय पर इलाज से उसकी जान बच गई।"
हालांकि, दो लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश गुरुवार को भी जारी है।
एफआईआर दर्ज, जांच शुरू
मुंबई पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। नेवी की स्पीडबोट के ड्राइवर और अन्य संबंधित लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। नेवी ने बताया कि टक्कर के वक्त स्पीडबोट का इंजन ट्रायल किया जा रहा था, जब चालक का संतुलन बिगड़ गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से ₹2 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मृतकों के परिवारों को ₹5 लाख की सहायता राशि देने और सभी प्रभावित लोगों की मदद का आश्वासन दिया है।
चश्मदीदों के बयान
एक चश्मदीद ने बताया, "मैंने सोचा कि स्पीडबोट स्टंट कर रही है, इसलिए उसका वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था। अचानक उसने संतुलन खो दिया और हमारी फेरी से टकरा गई। जोरदार झटका लगा और अफरा-तफरी मच गई।"
एक अन्य यात्री ने कहा, "हममें से किसी ने भी लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी। टक्कर के बाद नाव डूबने लगी और हम अपनी जान बचाने के लिए पानी में कूद गए।"
सवालों के घेरे में सुरक्षा मानक
यह हादसा फेरी संचालन में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर करता है। बिना लाइफ जैकेट के यात्रियों का सफर करना और क्षमता से अधिक लोगों को नाव में ले जाना इस हादसे के बड़े कारण रहे।
मुंबई इस हादसे के बाद शोक में डूबी हुई है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।