महाराष्ट्र में नंबर गेम में चाचा पर भारी भतीजा, अजित पवार ने शरद से कहा- आप आशीर्वाद दें, अब मुझे मुख्यमंत्री बनना है
सुप्रिया सुले ने अजित पवार पर कसा तंज कहा - कहते थे ना खाऊंगा ना खाने दूंगा कहकर एनसीपी खा गए
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में आज का का दिन अहम है। राकांपा पर कब्जे को लेकर चाचा-भतीजे के बीच लड़ाई तेज हो गई है। शरद पवार और अजित पवार ने आज अपने-अपने गुट की बैठकें बुलाई। मुंबई में आज एक तरफ शरद पवार की बैठक बुलाई है,. वहीँ दूसरी ओर अजित पवार की बैठक जारी है। बैठक के दौरान नंबर गेम के मामले में अजित पवार अपने चाचा शरद और भारी नजर आए।
अजित पवार गुट की बैठक में राकांपा के 53 में से 35 विधायक पहुंचे थे।वहीँ शरद पवार के साथ 8 विधायक खड़े नजर आए। ऐसे में शरद पवार के सामने पार्टी का अस्तित्व बचाने का संकट खड़ा हो सकता है। बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी के MET सेंटर में हुई बैठक में अजित पवार ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए शरद पवार से कहा की नौकरीपेशा लोग 58 साल में रिटायर हो जाते हैं। आईपीएस-आईएएस 60 साल में रिटायर होते हैं। नेता 75 की उम्र में रिटायर हो जाते हैं। आडवाणी-मुरली मनोहर जोशी भी रिटायर हुए थे। आपकी उम्र ज्यादा हो गई है। आप रिटायर होंगे या नहीं? आप कभी रुकेंगे या नहीं? साहेब बोले कि सुप्रिया को अध्यक्ष बनाओ। हम तैयार हो गए। फिर उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया। आपको जब इस्तीफा वापस ही लेना था तो दिया ही क्यों? मैं झूठ नहीं बोलता। झूठ बोला तो पवार की औलाद नहीं कहलाऊंगा। मुझे लगता है कि हमारे वरिष्ठों को आराम करना चाहिए। जिद नहीं करनी चाहिए।
मुझे मुख्यमंत्री बनना है-
2004 के विधानसभा चुनाव में NCP के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता, तो आज तक महाराष्ट्र में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता। हम इतने दिन साहब की छाया में थे, लेकिन हम सबका अपना भी एक मत है। हमें शिवाजी के सपने को साकार करना है। साहब (शरद पवार) 1962 में राजनीति में आए, 38 की उम्र में उन्होंने कई काम किए।
शिवसेना के साथ जाना सही तो भाजपा का गलत कैसे -
राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने बैठक के दौरान कहा, "जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो फिर बीजेपी के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला बीजेपी के साथ चले गए और अब वे संयुक्त विपक्ष का हिस्सा हैं। मैं शरद पवार के साथ पटना में संयुक्त विपक्ष की बैठक में गया था और वहां का दृश्य देखकर मुझे हंसने का मन हुआ। वहां 17 विपक्षी दल थे, 7 में से लोकसभा में केवल 1 सांसद है और एक पार्टी ऐसी है जिसके पास 0 सांसद हैं। उनका दावा है कि वे बदलाव लाएंगे... हमने यह फैसला (एनडीए में शामिल होने का) देश और अपनी पार्टी के लिए लिया है, व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं।"
सुप्रिया सुले ने दिया जवाब -
दूसरी ओर शरद पवार गुट की बैठक में सुप्रिया सुले ने कहा कि ये लड़ाई सत्ता की नहीं है। ये भाजपा के खिलाफ लड़ाई है। NCP को नेचुरली करप्ट पार्टी कहा था और कहा था ना खाउंगा न खाना दूंगा, लेकिन अब जरूरत पड़ी तो उसी का समर्थन ले लिया भाजपा ने।ये मैं नहीं कह रही हूं लोग कहते हैं कि अमिताभ बच्चन की उम्र क्या है - 82। वारेट बफेट की उम्र क्या है। तो उम्र सिर्फ एक नंबर है। मेरे पिताजी पर ऊंगली न उठाएं। मैं दिखाउंगी कैसे तुमने खाया। मैं आज के बाद तुम्हें महाराष्ट्र में खाने नहीं दूंगी। भाजपा ने पिछले 9 साल में दिया क्या है। गैस सिलिंडर एक हजार रुपए का कर दिया। NCP का एक ही सिक्का है शरद पवार।