Shankar Singh : कौन हैं शंकर सिंह जिन्होंने बीमा भारती को चखाया हार का स्वाद

Shankar Singh : पूर्णिया से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव चुनाव जीतने के बाद चर्चा में आए थे अब रुपौली से शंकर सिंह सुर्ख़ियों में हैं।

Update: 2024-07-13 09:16 GMT

Shankar Singh : कौन हैं शंकर सिंह जिन्होंने बीमा भारती को चखाया हार का स्वाद

Shankar Singh : बिहार। पूर्णिया लोकसभा सीट के बाद अब रुपौली विधानसभा सीट (Rupauli Assembly by-election) पर हुए उप चुनाव नतीजों की चर्चा देश भर में है। पूर्णिया से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव चुनाव जीतने के बाद चर्चा में आए थे अब रुपौली से शंकर सिंह सुर्ख़ियों में हैं। उन्होंने कई बार विधायक रह चुकीं बीमा भारती को हार का स्वाद चखाया है। उप चुनाव में जदयू उम्मीदवार कलाधर प्रसाद मंडल दूसरे नंबर पर रहे जबकि बीमा भारती को शर्मानक हार का सामना करना पड़ा। आइए जानते हैं कौन हैं रुपौली के निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह (who is Rupali MLA Shankar Singh)....

बिहार की रुपौली में भी पूर्णिया लोकसभा की तरह ही परिणाम आये हैं। 13 में से 12 राउंड की गिनती हो चुकी है। निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह जीत की ओर बढ़त बनाए हुए हैं। वे जदयू के उम्मीदवार कलाधर मंडल से 8 हजार 204 मतों से आगे हैं। सबसे खराब स्थिति राजद (RJD) उम्मीदवार बीमा भारती की रही। वो लोकसभा चुनाव तो बुरी तरह हारी हीं, विधानसभा चुनाव में भी तीसरे नम्बर पर चली गयीं। बीमा भारती को मात्र 30114 वोट मिले जबकि कलाधर प्रसाद को 59578 और शंकर सिंह को खबर लिखे जाने तक 67782 वोट मिले।

कौन हैं ये शंकर सिंह ?

शंकर सिंह बिहार में कोई नया नाम नहीं है। ये उत्तर बिहार मुक्ति सेना के कमांडर हैं। इन्होने पूर्व में एलजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। फरवरी 2005 से नवंबर 2005 तक वे रुपौली से ही विधायक थे। यहां शंकर सिंह का शुरुआत से ही प्रभाव रहा है। साल 2000 में उत्तर बिहार मुक्ति सेना के प्रमुख बूटन सिंह की हत्या के बाद उन्होंने इस मिलिशिया संगठन की कमान संभाली थी। इसके बाद से ही क्षेत्र में उनकी चर्चा होने लगी थी।

उत्तर बिहार मुक्ति सेना क्या है :

यह एक राजपूत मिलिशिया थी। इसका गठन बूटन सिंह ने पूर्णिया में फैजान समूह के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए किया था। उत्तर बिहार मुक्ति सेना का नेतृत्व जब शंकर सिंह करते थे तब फैजान समूह अवधेश किया करते थे। ये कोई नहीं बल्कि बीमा भारती के पति हैं। इस तरह बीमा भारती के पति और शंकर सिंह के बीच पुरानी दुश्मनी है।

शंकर सिंह पर आपराधिक मामले दर्ज :

जानकारी के अनुसार उत्तर बिहार मुक्ति सेना बूथ कैप्चरिंग, वोटर्स को प्रभावित करना और कई गैर कानूनी कामों में लिप्त थी। रुपौली से शंकर सिंह को एलजेपी ने टिकट दिया तो वे विधानसभा चुनाव भी जीत गए थे। इस बहार वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे। उन्होंने जदयू और एआरजेडी के उम्मीदवारों को हरा दिया। चुनावी हलफनामे के अनुसार शंकर सिंह के खिलाफ IPC की धारा 302, 307, 332 और 364 के तहत मामला दर्ज है। शंकर सिंह पर हत्या जैसे गंभीर आरोप भी हैं।

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