नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने अभी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। सोमवार शाम को प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर यशवंत सिन्हा राजघाट पर घरना पर बैठे थे। लॉकडाउन के दौरान घरना और प्रदर्शन करने की मनाही है। उनके साथ ही इस घरना में आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे और संजय सिंह भी शामिल हुए। राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा भी इस दौरान मौजूद रहे।
घरना पर बैठने के बाद उन्होंने कहा कि हमारी साधारण सी मांग है कि सशस्त्र बलों और अर्द्धसैनिक बलों को जिम्मेदारी दी जाए कि वे अपने पास मौजूद सभी संसाधनों का उपयोग करके इन प्रवासी श्रमिकों को सम्मान के साथ उनके घर पहुंचाएं। सिन्हा ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वह धरने पर बैठे रहेंगे। पूर्व भाजपा नेता और नरेंद्र मोदी सरकार के आलोचक सिन्हा ने कहा कि प्रवासी मजदूरों की मदद करने में राज्य और केंद्र सरकारें नाकाम रही हैं। ऐसे में सशस्त्र बलों को इनकी मदद के लिए तैनात किया जाए।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लॉकडाउन लागू है। 31 मई तक लॉकडाउन का चौथा चरण चलेगा। इस दौरान काम धंधा बंद होने के कारण प्रवासी श्रमिक पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पड़े हैं। इस दौरान उन्हें तमाम दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। छोटे बच्चों को लेकर परिजन तमाम मुश्किलों के बावजूद अपने घर को जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर इनकी परेशानियों को बयां करते सैकड़ों वीडियो तैर रहे हैं।
इन सब के बीच सरकार की तरफ से प्रवासी श्रमिकों को घर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। बावजूद इसके अभी भी हजारों की संख्या में श्रमिक पैदल ही जा रहे हैं। राज्य सरकारों के साथ मिलकर भारतीय रेल भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है।