भाजपा को मिला निर्दलीय विधायकों का साथ,कांग्रेस ने दिग्विजय को दी पहली वरीयता
भोपाल। प्रदेश में तीन सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनावों के लिए कल वोटिंग होनी है। चुनाव के नजदीक आते ही भजपा की स्थिति मजबूत नजर आ रहीं है। कल बुधवार को बहरतीय जनता पार्टी ने मुख्यलय में रात्रि भोज का आयोजन किया था। जिसमें भाजपा के 106 विधायकों सहित दो निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा और विक्रम राणा, दो बसपा के संजीव कुशवाहा और राम बाई के साथ एक सपा विधायक राजेश शुक्ला भी पहुंचे। भाजपा को निर्दलीय एवं अन्य विधायकों का सहयोग मिलने से दो सीटों पर जीत होती नजर आ रही है।
यह है राज्यसभा का गणित -
प्रदेश में कुल 230 विधासनसभा हैं। जिसमें 2 विधायकों की मृत्यु एवं 22 विधायकों के इस्तीफे के कारण 24 सीटें वर्तमान में खाली है। निर्दलीय एवं विधायकों के समर्थन से भजपा के पास इस समय 112 विधायक है। जिसमें से 107 भाजपा, 2 बसपा,2 निर्दलीय, 1 सपा शामिल है। विधानसभा की वर्तमान संख्या बल के हिसाब से एक प्रत्याशी को 52 वोटों की जरूरत है। भाजपा के पास पर्याप्त संख्या बल है।
कांग्रेस ने दिग्विजय को दी पहली वरीयता -
वहीँ कांग्रेस ने भी राज्यसभा के लिए अपने विधायकों की मीटिंग की। जिसमें कांग्रेस के 87 विधायक पहुंचे। पार्टी ने दवा किया की उनके 92 विधायक उनके साथ है। आज एक बार फिर कांग्रेस विधयकों की बैठक पूर्व सीएम कमलनाथ के घर पर होगी। कांग्रेस ने पहली वरीयता दिग्विजय सिंह को दी है। जिसका अर्थ है की 52 विधायक दिग्विजय सिंह को वोट देंगे। शेष विधायक फूलसिंह को वोट देंगे। ऐसे में फूलसिंह को राज्य सभा जाने के लिए 12 और विधायकों के मतों की आवश्यकता पड़ेगी। बता दें की भाजपा ने दो सीटों पर भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमेर सिंह सोलंकी को, जबकि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह व फूल सिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया है।