ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर बढ़ी चिंता, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का होगा रिव्यू, लिए ये निर्णय

Update: 2021-11-28 15:00 GMT

नईदिल्ली। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में रविवार को कोविड के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़ी समग्र वैश्विक स्थिति की व्यापक समीक्षा की गई। सरकार का कहना है कि खतरे को भांपते हुए कोरोना  के नए वेरियंट (बी.1.1529) ओमिक्रॉन को लेकर केन्द्र 'सम्पूर्ण सरकार' और 'सम्पूर्ण समाज' के दृष्टिकोण के साथ लड़ाई का नेतृत्व कर रही है। आज हुई बैठक में गृह सचिव के अलावा नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल, प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. विजय राघवन और स्वास्थ्य, नागरिक उड्डयन और अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न क्षेत्रों विशेषज्ञ शामिल हुए। 

इस दौरान खतरे से निपटने के उपायों को मजबूत करने पर चर्चा की गई। विदेशी यात्रियों के परीक्षण और निगरानी के लिए तय मानक संचालन प्रक्रिया की समीक्षा और उसे अपडेट करने पर भी चर्चा की गई। जोखिम वाले देशों के लिए विशेष मानकों पर विचार किया गया। आईएनएएसीओजी नेटवर्क के माध्यम से वेरिएंट के लिए जीनोमिक निगरानी के सुदृढ़ीकरण पर जोर दिया गया। इसमें उन देशों पर ध्यान केंद्रित करने पर सहमति व्यक्त की गई जहां ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता चला है। 

हवाईअड्डा स्वास्थ्य अधिकारियों (एपीएचओ) और बंदरगाह स्वास्थ्य अधिकारियों (पीएचओ) को हवाई अड्डों व बंदरगाहों पर परीक्षण प्रोटोकॉल के सख्त पर्यवेक्षण के लिए संवेदनशील बनाया जाए। बदलते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार तय वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवा को फिर से शुरू करने की प्रभावी तिथि पर निर्णय की समीक्षा की जाए। देश के भीतर उभरती महामारी की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जाए।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उभरती स्थिति और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के संदर्भ में भारत की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने अपने 25 और 27 नवंबर के पत्रों के माध्यम से राज्यों अथवा केंद्र शासित प्रदेशों को परीक्षण, निगरानी, हॉटस्पॉट की निगरानी, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में वृद्धि, जीनोम अनुक्रमण और जन जागरुकता बढ़ाने के बारे में सलाह दी है।

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