गुब्बारों और फूलों से सजे थाने में बजी बधाई, टीआई ने महिला एसआई की कराई गोदभराई

Update: 2022-10-20 08:55 GMT

भोपाल। भोपाल का महिला थाना अपनी अनूठी पहल के कारण इन दिनों में सुर्ख़ियों में बना हुआ है। रोजमर्रा के कामकाज रोजनामचा, रिपोर्ट से अलग हटकर इस थाने में गुब्बारे और फूलों की सजावट और हर चेहरे पर ख़ुशी नजर आ रही है।  दरअसल। यहां एक एसआई ने चाइल्ड लीव मांगी तो थाने के स्टाफ नेछुट्टी पर जाने से पहले गोद भराई की रस्म पूरी की।  थाने का पूरा स्टाफ उनका मायका बना। एक पुलिस कांस्टेबल उस महिला सब इंस्पेक्टर का भाई बना तो एक महिला पुलिसकर्मी ने मां की भूमिका निभाई।  

गोद भराई की ये रस्म महिला थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर करिश्मा राजावत के लिए निभाई गई।ग्वालियर की रहने वाली इस महिला पुलिसकर्मी का आठवां महीना चल रहा है। डॉक्टर ने उन्हें इस समय किसी भी तरह की यात्रा ना करने और आराम करने की सलाह दी है।  इसे देखते हुए करिश्मा ने महिला थाना प्रभारी के अंजना धुर्वे के समक्ष चाइल्ड लीव का आवेदन दिया था। उन्होंने इसे मंजूरी देते हुए महिला थाने में ही गोद भराई रस्म भी करा दी।

साथी कर्मचारी बनी बहनें और सहेली - 


थाना प्रभारी अंजना धुर्वे ने जानकारी देते हुए बताया की स्टाफ में शामिल 25 महिला कर्मचारियों ने करिश्मा की माँ, बहन, सहेली और अन्य रिश्तेदारों की भूमिका निभाई, वहीँ 13 पुरुष कर्मियों ने भाई व अन्य मायके पक्ष का दायित्व निभाया।  एक घंटे चले कार्यक्रम में स्टाफ की एसआई अनिता रघुवंशी ने मां बनकर उनकी गोद भराई की रस्म शुरू की।  भाई बने कांस्टेबल प्रदीप शर्मा ने फल और फूलों से करिश्मा की गोद भरी।  रस्म अदायगी के बाद ख़ुशी-ख़ुशी करिश्मा को घर भेजा गया।थाना प्रभारी ने आगे बताया की इस तरह की रस्म भोपाल ही नहीं बल्कि पूरे मप्र के किसी थाने में पहली बार निभाई गई है। 

भूल गई थाने में हूं या मायके में - 

महिला सब इंस्पेक्टर करिश्मा ने बताया की कहा कि वे कुछ पल के लिए थाने को भूल गई थीं। उन्हें लगा कि वे मायके में हैं। उनका शानदार वेलकम हुआ। टीआई अंजना धुर्वे ने हाथ पकड़कर वैसे ही प्रवेश कराया है, जैसे मायके में बहनें कराती हैं।

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