रानी लक्ष्मीबाई ने अंतिम समय तक अपनी प्रतिज्ञा को निभाया
अभाविप ने 192 वीरांगनाओं का सम्मान किया
ग्वालियर, न.सं.। ग्वालियर की धरा पर जिन लोगों ने जन्म लिया है, उन्होंने पूरे देश में जाकर परचम फहराया है। ग्वालियर में रानी लक्ष्मीबाई की समाधि होने से यहां का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। रानी लक्ष्मीबाई एक साहसी महिला थीं। अंतिम समय तक उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा को निभाया और झांसी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। यह बात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी ने कृषि महाविद्यालय के सभागार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित वीरांगना स्मृति सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। इस मौके पर रानी लक्ष्मीबाई की 192वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में अलग-अलग क्षेत्र से चयनित की गईं ग्वालियर की 192 वीरांगनाओं का सम्मान किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में समाज सेविका प्रमिला वाजपेयी उपस्थित थीं।
मुख्य अतिथि ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलकर काम कर रही है। इसी क्रम में आज इन वीरांगनाओं का सम्मान किया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा हजारों बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने के साथ कई समाजसेवी काम किए जा रहे हैं। साथ ही वीरांगनाओं को भी तैयार किया जा रहा है। मुख्य अतिथि ने कहा कि जो लोग महिलाओं को सजावट की वस्तु समझते हैं, वह उन्हें शासन करते हुए नहीं देख सकते हैं। यही काम मुगलों और अंग्रेजों ने किया। जिस जगह महिलाओं का शासन होता था, वहीं सबसे अधिक विद्रोह किया जाता था। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने रानी दुर्गावती और रानी चेन्नम्मा की शौर्यगाथा भी सुनाई।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रमिला वाजपेयी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सूत्र ज्ञान, शील और एकता है। महारानी रानी लक्ष्मीबाई का चरित्र अनुकरणीय है। हम सभी को उससे प्रेरणा लेनी चाहिए।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मध्य भारत प्रांत मंत्री नीलेश सोलंकी ने रानी लक्ष्मीबाई की शौर्यगाथा पर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर महानगर महामंत्री मानवता साहू, महानगर मंत्री अनमोल व्यास, उपेन्द्र सिंह तोमर सहित कई गणमान्य जन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महानगर उपाध्यक्ष सुश्री पूजा राणा ने किया। कार्यक्रम में सिद्धी शर्मा, संस्कृति दीक्षित एवं मोहिनी यादव ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
इनका हुआ सम्मान:-
इस मौके पर त्रिवेदी सिंह भदौरिया, सोनल रघुवंशी, गीता भदौरिया, रश्मि भदौरिया, अनीता मिश्रा, शालिनी चौहान, मोहिनी चतुर्वेदी, अंकिता शर्मा, निधि शर्मा, गरिमा, निष्ठा गर्ग, शिखा सक्सेना, सृष्टि साहू, डोली कपूर, मेघा गौतम आदि वीरांगनाओं का सम्मान शील्ड देकर किया गया।