ग्वालियर। ऐसा कहा जाता है रक्तदान महादान होता है। रक्त इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे किसी फैक्ट्री में कृत्रिम रूप से नहीं बनाया जा सकता। अतः इसकी आपूर्ति रक्तदान द्वारा है संभव है। महानगर ग्वालियर में रक्तदान के क्षेत्र में कई युवा कार्य कर रहे हैं। जिनमें अपर्णा पाटिल का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।
रक्तदान के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन होम करने वाले
समाजसेवी राजेश मारवाड़ी (लाला भैया) की प्रथम पुण्यतिथी के अवसर पर थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महानगर की विख्यात समाजसेवी अपर्णा पाटिल द्वारा 75वीं बार रक्तदान किया गया। श्रीमती पाटिल विगत 27 वर्षों से नियमित रक्तदान कर रहीं हैं।
रक्त की व्यवस्था
महानगर ग्वालियर में जब कभी भी किसी मरीज के लिए रक्त की आवश्यकता होती है तब रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रहे कुछ समाजसेवियों के साथ श्रीमती पाटिल से संपर्क किया जाता है। श्रीमती पाटिल व उनके सहयोगी तुरंत सक्रिय होकर आवश्यक रक्त की व्यवस्था कर देते हैं। यह सिलसिला विगत दो दशकों से सतत जारी है। कोविड काल के दौरान श्रीमती अपर्णा पाटिल के सेवा कार्य विशेष रूप से सराहनीय रहे।
धन्यवाद ज्ञापित
इस अवसर पर श्रीमती पाटिल ने रक्तदान के क्षेत्र में दैवीय कार्य कर रहे सुधीर दुरापे, निर्मल संतवानी, योगेश अरोरा, रिंकू जलोरिया, कृष्णा गुप्ता, कृष्णबिहारी गोयल, राघवेंद्र सिंह, प्रवीण भारद्वाज का धन्यवाद ज्ञापित किया।