खेत से ट्रैक्टर निकालने पर गोली मारकर अधेड़ की हत्या, गांव में घटना के बाद तनाव

आधा दर्जन हमलावरों ने ताबड़तोड़ चलाई गोलियां, एक घायल;

Update: 2020-10-30 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। विधानसभा उप-चुनाव को लेकर जिले में पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में लगा है। वहीं देहात थाना क्षेत्र में मामूली से विवाद पर हथियारों से लैस आधा दर्जन के करीब हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। गोली लगने से अधेड़ की मौत हो गई। जबकि उसके भाई की छाती में गोली लगने से घायल हो गया। हमलावरों ने मृतक के भतीजे को भी लाठियों से पीट दिया। हत्या और घायल करने के बाद हमलावर हथियार लहराते हुए फरार हो गए। घायल को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जबकि शव को विच्छेदन गृह में रखवा दिया है।

पनिहार थाना क्षेत्र स्थित ग्राम रावत बनवारी में रहने वाले ऊदलसिंह पुत्र रामभरोसे रावत 55 वर्ष गुरुवार शाम के समय अपने खेत पर थे। तभी गांव के ही रहने वाले राजेश उर्फ भगत पुत्र हाकिमसिंह रावत, मातादीन, औतार, रंजीत, मंशाराम पुत्रगण होतमसिंह और ज्ञानसिंह पुत्र निरंजन रावत आ धमके। बताया गया है कि इस समय ऊदलसिंह के खेत में सरसों की फसल की बुवाई की है। उसमें रंजीत, राजेश और उनके साथी ट्रैक्टर निकाल रहे थे। ऊदलसिंह और उनके भाई मलखान ने विरोध किया तो वह अपने घरों से बंदूकें लेकर आ गए। हमलावरों ने ऊदलसिंह और मलखान को संभलने का मौका भी नहीं दिया और ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। हमलावरों द्वारा चलाईं गोलीं ऊदलसिंह और मलखानसिंह की छाती में जा धंसी। झगड़े और गोलियां चलने की सूचना मिलते ही ऊदल का भतीजा राघवेन्द्र और अन्य लोग वहां पर पहुंचे तो उन्होंने उनको भी नहीं छोड़ा और लाठियोंं से पीटना शुरू कर दिया। राघवेन्द्र का लाठी मारकर हमलावरों ने हाथ तोड़ दिया। रावत बनवारी में गोलियां चलने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। ऊदलसिंह ने रास्ते में लाते में दम तोड़ दिया। जबकि मलखान के छाती में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली माारकर ऊदलसिंह की हत्या करने वाले हवा में हथियार लहाराते हुए मौके से धमकी देकर भाग गए। पुलिस ने ऊदलसिंह का शव विच्छेदन गृह में रखवा कर आरोपियों की तलाश में उनके घरों पर दबिश दी, लेकिन उनका सुराग नहीं लग सका। पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है।

पूर्व मंत्री लाखनसिंह ने दिलवाए हैं हथियार

गोली लगने से घायल मलखान सिंह ने ट्रॉमा सेंटर में जानकारी देते हुए बताया कि खेत में ट्रैक्टर निकालने पर झगड़ा हो गया था। हम मना कर रहे थे कि रंजीत राजेश उर्फ भगत, मंशाराम, मातादीन, औतार, होतम व ज्ञानसिंह जबरन फसल पर से ट्रैक्टर निकाल रहे थे। हमलावरों पर जितनी भी अवैध बंदूकें हैं वह सब पूर्व मंत्री लाखनसिंह किरार ने उन्हें दिलाई है। लाखनसिंह ने ऊदलसिंह की हत्या करवाई है। वहीं मृतक के भतीजे राघवेन्द्र ने रोते हुए बताया कि ऊदलसिंह चाचा के चार बेटियां हैं। जबकि एक बेटा पुष्पेन्द्र हैं। ट्रॉमा सेंटर में पिता का शव देखकर पुष्पेन्द्र बार-बार दोहरा रहा था कि मार दिया मेरे पिता को।

Tags:    

Similar News