भोपाल/ ग्वालियर।शहर में स्वच्छता अभियान में लापरवाही बरता जाना ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर को भारी पड़ गई।ग्वालियर में सफाई कर्मचारियों के वेतन में देरी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को नगर निगम कमिश्नर संदीप माकिन को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस से कहा कि इनका (कमिश्नर) बहुत हो गया। इनकी छुट्टी करो।
ग्वालियर में तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते तीन दिन से कचरा नहीं उठा है। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने गाड़ियों में भरा कचरा भी सड़कों पर फेंक दिया। कर्मचारी सांसद विवेक शेजवलकर के घर के सामने धरने पर भी बैठ गए थे। कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस के बाद कटनी एसपी और ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर को तत्काल प्रभाव से हटाकर भोपाल सचिवालय में पदस्थ किया गया है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा कमिश्नर-कलेक्टर से की चर्चा -
मुख्यमंत्री ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा कमिश्नर-कलेक्टर से कांफ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की। इसी दौरान सीएम ने सफाई कर्मियों द्वारा सड़क पर कचरा फेंके जाने पर नाराजगी जताई। इस संबंध में सीएम ने कमिश्नर से सवाल-जवाब किये। जिसका जवाब से संतुष्ट ना होकर मुख्यमंत्री ने कमिश्नर को हटाने के निर्देश दिए।
निगम कमिश्नर से पूछे सवाल -
उन्होंने नगर निगम कमिश्नर से पूछा की सड़क पर कचरा फेंके जाने की घटना क्यों हुई। निगम कमिश्नर ने इसका जवाब देते हुए कहा की भुगतान में देरी होने के कारण ये घटना हुई। मुख्यमंत्री इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने कहा की शहर में सड़कों पर कचरा फेंका जाना सहन नहीं किया जा सकता।मुख्यमंत्री ने बैठक में ही मुख्य सचिव को ग्वालियर निगम कमिश्नर को हटाने के निर्देश दिए।
मप्र को स्वच्छता में नंबर 1 बनाना लक्ष्य -
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान सभी निगम कमिश्नरों से कहा की प्रदेश को साल 2021 में स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर 1 बनाना है। उन्होंने निर्देश दिए कर्मचारियों को समय पर भुगतान किया जाए। जैसा ग्वालियर में हुआ की कचरा उठाने वाले ही सड़क पर कचरा फेंक गए। ऐसा नहीं होना चाहिए,ये अक्षम्य है।