संक्रमण के प्रकोप से निपटने स्वास्थ्य विभाग तैयार, बढ़ाई पलंगों की संख्या

Update: 2020-09-08 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। ग्वालियर में कोरोना वायरस का प्रकोप थम नहीं रहा। सितम्बर की बात करें तो एक सप्ताह में 1200 से अधिक संक्रमित सामने आ चुके हैं। उधर मृतकों की कोरोना संक्रमण ने मौतों का भी शतक जड़ दिया है। वहीं प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। स्वास्थ्य विभाग के पास वर्तमान में करीब एक हजार पलंग हैं, जिनमें से करीब 300 पलंग खाली हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब 250 पलंग आरक्षित करके रखे हुए हैं। अगर कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती है तो मरीजों को आरक्षित पलंगों पर भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े स्तर पर की जा रही पलंगों की व्यवस्था को देख यह भी कहा जा सकता है कि विभाग को अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक माह कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 15 हजार के पार पहुंच सकता है।

यहां इतने मरीज भर्ती

- एमपीसीटी 42 पलंग, खाली 24।

- श्रमोदय विद्यालय में पलंग 170, खाली 30

- आयुर्वेद अस्पताल में 36 पलंग, खाली 8

- हुरावली स्थित छात्रावास व ट्राइवल अस्पताल में पलंग 120 खाली, 70

- आईटीएम अस्पताल में पलंग 70, खाली 35

- निरंकारी अस्पताल पलंग 35, खाली 30

सुपर स्पेशलिटी में सिर्फ गंभीर मरीज

जयारोग्य के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में वर्तमान में 178 पलंग हैं। इसमें 30 पलंग आईसीयू में रखे गए हैं। यहां सिर्फ उन्हीं मरीजों को भर्ती किया जा रहा है, जिन्हें कोरोना के ज्यादा लक्षण हैं।

क्षय वार्ड को भी बनाया आइसोलेशन सेन्टर

जयारोग्य चिकित्सालय में भी 34 पलंग का नया आइसोलेशन सेन्टर तैयार कर लिया गया है। अस्पताल परिसर में बने क्षय रोग विभाग के वार्ड में ऑक्सीजन की व्यवस्था के साथ ही अन्य सुविधाएं भी दुरुस्त कर दी गई हैं। यहां अब कोरोना संक्रमितों को भर्ती रखा जाएगा।

इन जगहों पर रखे पलंग आरक्षित 

इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनआईटीएम महाविद्यालय के अस्पताल में 85, केयर एण्ड क्योर अस्पताल में 50 व रामकृष्ण में 100 पलंग आरक्षित रखे गए हैं। अगर शहर में संक्रमितों की संख्या ऐसे ही बढ़ती रही तो उन्हें आरक्षित अस्पतालों में भी भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा।

Tags:    

Similar News