बच्चों में निर्जलीकरण मौत का सबसे बड़ा कारक: डॉ. अम्बे

Update: 2020-07-29 10:10 GMT

ग्वालियर, न.सं.। भारत में प्रतिवर्ष करीब एक लाख बच्चे डायरिया व पानी की कमी (डिहाइडे्रशन) की वजह से मर जाते हैं। बच्चों में निर्जलीकरण मौत का सबसे बड़ा कारक है। ओ.आर.एस. के समुचित उपयोग से बच्चों को बचाया जा सकता है। लेकिन समाज में जागरुकता के अभाव के बारण अभी तक पूरी तरह से इससे निजात नहीं मिल पाई है, लेकिन निर्जलीकरण से निपटने के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।

यह बात जिसमें अकादमी के अध्यक्ष डॉ. रवि अंबे एवं सचिव डॉ. करुणेश पिपरिया ने कही। उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य के साथ लोगों को जागरूक करने के लिए बाल अकादमी द्वारा ओ.आर.एस. सप्ताह का आयोजन 29 जुलाई तक किया गया। ओ.आर.एस. 'दस्तों के लिए स्वास्थ्य वर्धक पर ड्रिंकÓ थीम पर शुरू किए गए इस सप्ताह का शुभारम्भ पीडियाट्रिक विभागाध्यक्ष डॉ. अजय गौड़ द्वारा ई-इनोग्रेशन किया गया। जिसमें अध्यक्ष डॉ. अम्बे द्वारा आधुनिक स्टार एप्रोच का उपयोग कर लोगों को विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही जन जागरण के लिए ऑनलाइन पेंटिंग एवं स्लोगन प्रतियोगितास्कूल के बच्चों के लिए एवं कॉलेज के छात्रों के लिए विभिन्न श्रेणी में आयोजित की गईं। जिसमें लगभग 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया। डॉ. रवि अम्बे ने बताया कि हैप्पीनेस एवं अवेयरनेस मिशन के यू-ट्यूब चैनल पर अंशुमन शर्मा एवं डॉ. ज्योति सिंह के सहयोग से लाइन एक्सपर्ट टॉक का भी आयोजन किया गया। जिसमें डॉ. अशोक बागा, डॉ. राहुल सपरा, डॉ. अनंत केतकर, डॉ. मुकुल तिवारी, डॉ. जे.सी. गर्ग, डॉ. पिपरिया द्वारा दर्शकों के प्रश्नों का उत्तर भी दिया गया। 

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