स्ट्रांग रूम में 45 दिन कैद रहेंगी ईवीएम, फिर मिटाएंगे दर्ज आंकड़े

Update: 2020-11-12 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। एमएलबी महाविद्यालय में बने स्ट्रांग रूम में अब फिर से ईवीएम मशीनों को कैद कर दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी इसे 45 दिन तक सुरक्षित रखेंगे। इस दौरान यदि न्यायालय में कोई अपील नहीं हुई तो तय समय के बाद ईवीएम में दर्ज आंकड़ों को मिटा दिया जाएगा। इसके साथ ही स्ट्रांग रूम से आम आदमी तो दूर यहां तक कि कर्मचारियों को भी दूर रखा जाएगा। इसका कारण यह है कि कोई उम्मीदवार नतीजों से असंतुष्ट हुआ तो न्यायालय में मतगणना को चुनौती दे सकता है। न्यायालय के आदेश पर जिला निर्वाचन कार्यालय को फिर से सभी मशीनों की गिनती करनी पड़ सकती है। ऐसे में उन्हें पूर्व की तरह स्ट्रांग रूम में ही सुरक्षित रखा गया है। 45 दिन पूरा होने के बाद न्यायालय में निर्वाचन को चुनौती नहीं दी जा सकती। इसके बाद उन्हें निकाला जाएगा। इधर अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए रिटर्निंग अधिकारी अपने दायित्व से मुक्त हो जाएंगे। सभी अधिकारी आचार संहिता हटते ही चुनाव छोड़कर अपना सामान्य कामकाज फिर से शुरू करेंगे।

जिलाधीश ने सहयोग के दिया धन्यवाद

मतदान एवं मतगणना कार्य में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वालों के प्रति जिलाधीश एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने आभार ज्ञापित किया है। उन्होंने शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों, पुलिस बल के सभी अधिकारियों और जवानों के साथ ही प्रेस मीडिया के साथियों के प्रति भी आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया है।

अधिकारी-कर्मचारियों ने उतारी थकान, सूने रहे कार्यालय

मतगणना की वजह से दो दिन अधिकारी एवं कर्मचारी व्यस्त रहे। ग्वालियर पूर्व विधानसभा का परिणाम रात एक बजे तक आने की वजह से अधिकारी-कर्मचारी सुबह घर पहुंचे। लंबी थकान होने की वजह से ज्यादातर अधिकारी-कर्मचारी घर पर ही रहे और थकान मिटाते रहे। जिलाधीश कार्यालय सहित कुछ अन्य कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा।

उठने लगा सामान, लगने लगेंगी कक्षाएं

एमएलबी महाविद्यालय में मतगणना के साथ ही ईवीएम फिर से स्ट्रांग रूप में कैद कर दी गई हैं। वहीं अन्य सामान की पैकिंग भी शुरू हो गई है। कक्षों से टेबल, कुर्सियां, टेंट सहित अन्य सामान भी कर्मचारी हटाने में जुटे हुए हैं। दो दिन के अंदर यह सामान की पैकिंग करनी है, ताकि महाविद्यालय की गतिविधियां फिर से सामान्य रूप से चल सकें। क्योंकि अब प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद कक्षाएं संचालित करने का समय आ गया है। अभी महाविद्यालय की सभी गतिविधियां बंद हैं। विशेषकर पढ़ाई प्रभावित हो रही है। 

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