वन अमले पर पथराव कर ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गए माफिया
पांच सगे भाइयों के खिलाफ वन अपराध दर्ज
ग्वालियर, न.सं.। अनलॉक के बाद वन क्षेत्रों में अवैध खनन का कारोबार फिर से शुरू हो गया है। शनिवार को भी सोनचिरैया अभयारण्य की घाटीगांव गैमरेंज में अवैध खनन का मामला सामने आया। यहां कार्रवाई के दौरान खनन माफिया वन अमले पर पथराव करके जब्त ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ाकर ले गए। इस मामले में चराई डांग गांव के पांच सगे भाइयों के खिलाफ वन अपराध दर्ज करने के साथ ही प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए घाटीगांव थाने में भी आवेदन दिया गया है।
जानकारी के अनुसार शनिवार को वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को घाटीगांव गेमरेंज के अंतर्गत चराई डांग के जंगल में अवैध खनन की सूचना मिलने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी विकास मिश्रा के नेतृत्व में डांडा खिड़क वन चौकी के कर्मचारियों को कार्रवाई के लिए मौके पर भेजा गया। मध्यान्ह करीब ढाई बजे वन अमला जब मौके पर पहुंचा, तब खनन माफिया नीले रंग के स्वराज ट्रैक्टर-ट्रॉली में अवैध रूप से उत्खनित फर्शी पत्थर भर रहे थे। वन कर्मचारियों ने उक्त ट्रैक्टर-ट्रॉली को अपने कब्जे में ले लिया। इसी दौरान अचानक चराई डांग गांव से अन्य लोग मौके पर आ गए, जिन्होंने वन कर्मचारियों पर पथराव कर दिया। वन कर्मचारियों ने इसकी सूचना अभयारण्य अधीक्षक जी.के. चंद को दी।
इसके बाद श्री चंद के निर्देश पर घाटीगांव दक्षिण वन परिक्षेत्र के वन परिक्षेत्र अधिकारी दौजीराम जाटव अपनी रेंज के वन कर्मचारियों और घाटीगांव थाने से पुलिस बल को लेकर मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक करीब एक घनमीटर फर्शी पत्थर सहित ट्रैक्टर-ट्रॉली को छुड़ाकर माफिया मौके से भाग चुके थे, जबकि करीब दो घनमीटर फर्शी पत्थर वे मौके पर ही पड़ा छोड़ गए, जिसे वन कर्मचारियों ने मौके पर ही नष्ट कर दिया। इसके साथ ही पुलिस और वन कर्मचारियों ने माफिया सहित ट्रैक्टर-ट्रॉली को खोजने का प्रयास किया, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा।
अभयारण्य अधीक्षक श्री चंद ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है। कार्रवाई के दौरान वन अमले पर पथराव करने वालों में मुख्य रूप से चराई डांग निवासी रणवीर सिंह, साधु सिंह, द्वारिका सिंह, महेश सिंह, शैलेन्द्र सिंह पुत्रगण बाबूसिंह गुर्जर थे। वन क्षेत्रों में उक्त आरोपी लम्बे समय से अवैध खनन का कारोबार करते आ रहे हैं। इन सभी के खिलाफ वन अपराध दर्ज कर लिया गया है। साथ ही उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए घाटीगांव थाने में आवेदन भी दे दिया है।