होली पर्व पर बन रहे हैं सात महायोग, आज रात्रि 9.20 से 10.31 के बीच होगा होलिका दहन
बाजार में दिखने लगा होली का असर
ग्वालियर। शहर में होली की तैयारियां दिखाई देने लगी हैं। होलिका दहन के लिए बाजारों, घरों और गली-मौहल्लों में कंडे इकट्ठे किए जा रहे हैं। शहर में प्रमुख होली सराफा बाजार में जलाई जाएगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार भद्रा होने के कारण होली का दहन पूंछ काल की भद्रा में किया जाएगा जिसका मुहूर्त रात्रि 9.20 से 10.31 बजे तक (71 मिनट) रहेगा। इस बार होली पर लकड़ी की जगह कंडो का उपयोग ही किया जाएगा।
सराफा बाजार में जलेगी 10 फीट की होली-
सराफा उत्सव समिति अनुसार सराफा बाजार में शहर की सबसे बड़ी होली पिछले 50 वर्षों से जलाई जा रही है। इस बार की होली 10 से 12 फीट की होगी और इसमें 20 से 25 हजार कंडों का उपयोग किया जाएगा। होलिका दहन से पहले वृंदावन के कलाकारों द्वारा रासलीला का मंचन किया जाएगा। होलिका दहन के बाद प्रसाद वितरण होगा। श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर, राम मंदिर, गिर्राज मंदिर, गरगज मंदिर और श्री सनातन धर्म आदि मंदिरों पर कंडों की होली जलाई जाएगी।
होलिका दहन पर बन रहा है गजकेसरी योग -
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस बार गुरुवार को होलिका दहन है जो कि गुरुदेव बृहस्पति का दिन है। साथ ही बृहस्पति का दृष्टि संबंध चंद्रमा से होने से गजकेसरी योग बन रहा है। इसके साथ ही वृद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, ध्रुव योग, वरिष्ठ योग और केदार योग भी इस होली के पर्व को शुभता प्रदान कर रहे हैं।होली पर ऐसे महा योग इससे पहले कभी नहीं बने हैं। इन बड़े शुभ योगों में होलिका दहन देश व समाज के लिए शुभ रहेगा। इन ग्रहों के योगों से लोगों के मान-सम्मान में वृद्धि होगी तथा परिवार में सुख-शांती का वास होगा। होली पर सात योग होने से व्यापार करने वालों के लिए भी समय अच्छा रहेगा। विदेश नीति में वृद्धि होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चली आ रही मंदी खत्म होगी। बीमारियों का संक्रमण पूरी तरह से समाप्त होगा। साथ ही रियल स्टेट एवं उद्योगों को बड़ा लाभ होने के संकेत हैं। महंगाई नियंत्रण में रहेगी।