ग्वालियर : ओला पीडि़त किसानों को दिलाई राहत, सांसद रहते शेजवलकर का एक वर्ष पूर्ण
ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। पूर्व महापौर विवेक नारायण शेजवलकर को सांसद बने शनिवार को एक वर्ष पूर्ण हो गया। 23 मई 2019 को जब लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आए थे, तब उन्होंने कांग्रेस के अशोक सिंह को लगभग डेढ़ लाख मतों से पराजित किया था। इस एक वर्ष में चाहे किसानों की समस्याएं हों या आमजन की इसके लिए वे सदैव तत्पर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जब ओलों की मार से किसान सिर पर हाथ रखे बैठे हुए थे, तब श्री शेजवलकर ही थे, जो कि तत्काल करैरा, पोहरी, भितरवार, बिलौआ, घाटीगांव आदि क्षेत्र में पहुंचे और मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाकर मुआवजा दिलाने के निर्देश दिए। इन उपलब्धियों को लेकर स्वदेश ने उनसे चर्चा की।
श्री शेजवलकर कहते हैं कि वह भाग्यशाली हैं कि देश को चलाने कानून बनाने वाली सबसे बड़ी संवैधानिक संस्थाओं द्वारा पिछले एक वर्ष में तीन कानून पास किए गए। यह कानून जम्मू कश्मीर राज्य से धारा 370 हटाने, राम मंदिर निर्माण और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पास करने के रहे। इसके लिए वे अपने आपको बेहद भाग्यशाली मानते हैं। क्योंकि इसे पास कराने में उनके एक मत भी योगदान रहा। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में 86 दिन संसद चली, जिसमें उनकी उपस्थिति 83 दिन रही। इस दौरान उन्होंने बजट सत्र में भाग लिया। वहीं ग्वालियर सहित अन्य मुद्दों पर तीन चार बार बोलने का अवसर भी मिला।
जिसमें उन्होंने ग्वालियर एवं डबरा में राजधानी सहित अन्य रेलों को रोकने ए ग्वालियर से पुणे हवाई सेवा शुरू कराने, हाईवे का जल्दी निर्माण, स्मार्ट सिटी, महापौर के अधिकार सहित कई मुद्दे उठाए। इसके अलावा भी लगभग प्रतिदिन अपने नई सड़क स्थित निवास पर आमजन के लिए उपलब्ध हैं। उनकी समस्याओं का समाधान के लिए भी संबंधित अधिकारियों को तत्काल निर्देश देते हैं, जिसमें उनके द्वारा कैंसर, किडनी, लिवर सहित अन्य गंभीर बीमारियों से घिरे जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री राहत कोष से लगभग 60 लाख रुपए की राशि उपलब्ध कराई। इस बीच कोरोना संक्रमण के कारण बहुत से लोगों को दिक्कतें आईं, जिसे लेकर शासन और प्रशासन से चर्चा के बाद उनका निराकरण कराया। जिसमें गुवाहाटी और कोटा में फंसे छात्रों को ग्वालियर लाने की व्यवस्था की गई।