ग्वालियर/न.सं.। मध्य भारतीय हिन्दी साहित्य सभा के तत्वावधान में पाठक मंच का आयेजन किया गया। जिसमें मन पवन की नौका एवं कालक्रीडति पुस्तकों की समीक्षा हुई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंजुलता आर्य उपस्थित थी। अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं समीक्षक डॉ. सुरेश समग्राट ने की।
पुस्तक कालक्रीडति के समीक्षक अविनाश साहू ने लेखक श्याम सुंदर दुबे की पर्यावरण की चेतना की। डॉ. वंदना सेन ने कालक्रीडति ललित निबंध में संकलित 33 निबंधों का परिचय कराया। पुस्तक मन पवन की नौका की समीक्षा करते हुए मनीषा गिरि ने पुस्तक को लालित्य और सांस्कृति बोध की महत्वपूर्ण उद्घोषक बताया। डॉ मीना प्रसाद ने पुस्तक में चार वक्तत्वय एवं दश अध्याय होना बताया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि ललता प्रसाद दोहरे रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुखदेव माखीजा एवं आभार रामचरण रुचिर ने व्यक्त किया।